Rajasthan Cyber Crime: 1 करोड़ की ठगी, 15 दिनों में अरबों का ट्रांजेक्शन, साइबर ठगों का नेटवर्क देख SOG के अधिकारी दंग
Rajasthan Cyber Crime: जयपुर में झांसा देकर 1 करोड़ से अधिक की ठगी करने के मामले में एसओजी (SOG) की टीम ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है. इनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आये है. जिसे सुन अधिकारी भी हैरान है.
Rajasthan Cyber Crime: राजस्थान के जयपुर में फ्रॉड तरीके से लोगों को झांसा देकर 1 करोड़ से अधिक की ठगी का पर्दाफाश करते हुए एसओजी (SOG Team) ने 7 लोगों को धर दबोचा है. बताया जा रहा है कि इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल है. इनसे पूछताछ में कई चौंका देने वाले मामले सामने आ रहे हैं. एसओजी की बड़ी कार्रवाई इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने के नाम पर 1 करोड़ रूपये से ज्यादा की साइबर धोखाधडी करने वाली गैंग गिरफ्तार किया है.
7 साईबर ठगों को एसओजी राजस्थान ने पकड़ा
जिन संदिग्ध 31 बैंक खातों में परिवादी की एक करोड़ से अधिक की राशि जमा करवायी गई है, उन खातों की जांच से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
खातो में 3 से 15 दिन में 1 अरब से अधिक रुपये का लेन देन हुआ है. सभी खातें चितौडगढ़ से संतालित किए जा रहे थे. आकोला थाना कपासन थाना फतेहनगर क्षेत्र ,अन्य आसपास का क्षेत्र पिछले कुछ महीना में साइबर अपराध में साइबर स्पॉट चिन्हित हुये.
31 बैंक खातों में एक करोड़ से अधिक राशि ट्रांसफर हुए
जहां मेवात क्षेत्र, जामताड़ा की तरह बड़ी संख्या में लोग साइबर अपराधों में लिप्त है. परिवादी दीपक शर्मा ने एसओजी में एक शिकायत दी कि उसके पास वाट्सएप पर एक मैसेज आया जिसमें सोशल मीडिया के द्वारा 3 से 5 हजार रुपये प्रतिदिन कमाई करने का प्रस्ताव दिया, प्रस्ताव अनुसार टेलीग्राम एक ग्रुप में जॉईन कर विभिन्न प्रकार के टॉस्क दिये जाते इन टॉस्क में से एक इंस्ट्राग्राम अकाउन्ट को फॉलो करके और उनकी पोस्ट को लाईक करके सम्बन्धित स्क्रीन शॉट टेलीग्राम ग्रुप में शेयर करने होते थे.
कुछ महीनों में SOG ने साइबर अपराध स्पॉट को किया गया ट्रेस
लाईक करने के टॉस्क पर 50 से 100 रुपये दिये जाते थे. इसी प्रकार अन्य टॉस्क के रूप में इनवेस्टमेण्ट करने का टॉस्क अनिवार्य बताया जाकर परिवादी से कुल 1 करोड़ 01 लाख रुपये की ठगी की गई । इस मामले को लेकर एसओजी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर मुकदमा दर्ज किया गया.
मामले में जांच अधिकारी ने जांच के दौरान ये पाया कि साइबर अपराधियों द्वारा अपराध किये जाने के लिए नई आपराधिक प्रणाली उपयोग में ली गई है. इस अपराध प्रणाली के वर्तमान मे बहुत से प्रकरण दर्ज है और साइबर अपराधी कुछ मुनाफा देकर इन्वेस्टमेन्ट के नाम पर बडी राशी की ठगी कर रहे है. प्रकरण में गहन तकनीकी जांच कर अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास किया गया. प्रकरण में परिवादी द्वारा जिन संदिग्ध 31 बैंक खातों में एक करोड़ से अधिक की राशि जमा करवायी गई है, उन खातों से विश्लेषण से पता चला कि इन खातो में महज 3 से 15 दिनों में 1 अरब से ज्यादा रुपये का लेन देन हुआ है.
चित्तौड़गढ़ से हो रहा था सारा खेल
इसी क्रम में मामले के प्रथम लाभकर्ता आईसीआईसीआई बैंक खाताधारक आनन्द नेहरा के साथ सचिन ख्यालिया, अभिषेक बाजिया ने मिलकर इस बैंक खाता खुलवाकर परिवादी से 5 लाख रुपये प्राप्त किये, इसी खाते में उसी दिन विभिन्न खातों से कुल 2 करोड़ 87 लाख रूपये प्राप्त हुए. इनसे पुछताछ के अनुसार इन्होंने ये खाते सहित करीब 12 खाते जिला अजमेर निवासी रवि साहू सचिन नामा को दिये है.
जिन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की तो सामने आया कि ये खाता आईसीआईसीआई बैंक खाताधारक आनन्द नेहरा के खाते के प्राप्त सभी दस्तावेज थाना आमेट राजसमंद निवासी देवी लाल सुधार को देना बताया. जिस पर प्रकरण में देवीलाल सुथार को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो पाया गया की वह लम्बे समय से विभिन्न जिलों से नवयुवकों के खाता दस्तावेज आकोला, जिला चितौडगढ़ हरिशंकर जाट को उपलब्ध करवा रहा है.
इस सम्बन्ध में हरिशंकर जाट से इस काम के लाभ के रूप में 3.50 लाख से 4 लाख रुपये भी प्राप्त हुए. मामले में निवासी आकोला जिला चितौडगढ़ हरिशंकर जाट को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे पूछताछ जारी है.
मेवात क्षेत्र बना जामताड़ा
You tube , Instagram पर विडियो लाईक के जॉब के विषय को लेकर एसओजी साईबर थाने में विभिन्न तीन मुकदमें दर्ज है. जिनमें प्रथम लाभकर्ता राज्य में अलग-अलग जिलों के निवासी है, लेकिन जांच से सामने आया है कि सभी खातें चितौडगढ़ से संचालित किये जा रहे थे. इस तरह चितौडगढ़ का आकोला थाना कपासन थाना फतेहनगर क्षेत्र और अन्य आसपास का क्षेत्र पिछले कुछ महिना में साइबर अपराध में साइबर स्पॉट चिन्हित हुये है, जहां मेवात क्षेत्र, जामताड़ा की भांति बहुसंख्यक लोग साइबर अपराधों में लिप्त है.
ये भी पढ़ें- बाड़मेर में किसके घर पहुंची ED, छापे से मचा हड़कंप, किरोड़ी लाल मीणा ने की थी शिकायत
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस / एसओजी की अपील- मामले में अब तक विभिन्न जिलों के 7 मुल्जिमान को गिरफ्तार किया गया है जिनकी उम्र 27 से 32 साल के बीच है. इन आरोपियों में से एक आरोपी एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है, शेष BA / BSC / B.com . ऐसे में राज्य के सभी युवको और उनके परिजनो से ADG एसओजी अशोक राठौड़ ने अपील कि है क्षणिक मुनाफा और बगैर परिश्रम के नई आय एवं अवांछित आय के बारे में सतर्क रहें.
सत्येन्द्र सिंह, आईजी एसओजी ने बताया कि प्रकरण में ये 7 आरोपी पकड़े गये है.
1. आनन्द नेहरा, उम्र 23 साल निवासी गांव नयाबास पुलिस थाना फतेहपुर सदर सीकर हाल वार्ड नम्बर 58 जीवन कॉलेज के पास रेल्वे अण्डर पास नवलगढ़ रोड सीकर राजस्थान
2. अभिषेक बाजीया , उम्र 22 साल निवासी गांव लाखनी पुलिस थाना रीगंस जिला सीकर
3. रवि साहू , उम्र 24 साल जाति तेली निवासी तेलीवाडा मोहल्ला, पिसांगन, थाना पिसांगन, जिला अजमेर राजस्थान
4. सचिन नामा, उम्र 23 साल, जाति छीपा, निवासी बस्सी मोहल्ला, थाना पिसागन, जिला अजमेर राजस्थान
5. सचिन ख्यालिया , उम्र 24 साल निवासी कटराथल, थाना दादिया, जिला सीकर
6. देवीलाल सुधार , उम्र 27 साल जाति खाती निवासी ग्राम तानवान पुलिस थाना आमेट जिला राजसमंद राजस्थान
7. हरिशंकर , उम्र 31 साल निवासी ब्राह्मणों का मौहल्ला, गुंदली थाना आकोला जिला चितौडगढ़ को गिरफ्तार किया गया है।