Rajasthan- ED की रेड ने खोली Phed की नई परंपरा की पोल! ठेकेदारों के घर-दफ्तर में मिले सरकारी दस्तावेज
Jal Jeevan Mission News: ईडी के छापे से पीएचईडी की नई परंपरा की पोल खुल गई. जगदीश प्रसाद फर्म पर ईडी के छापे एमबी( Mesurement Book) और टैंडर के एग्रीमेंट मिले है. ऐसे में अब ईडी और बड़े खुलासे कर सकती है.
Jal Jeevan Mission News: ईडी के छापे से पीएचईडी की नई परंपरा की पोल खुल गई. जगदीश प्रसाद फर्म पर ईडी के छापे एमबी( Mesurement Book) और टैंडर के एग्रीमेंट मिले है. सूत्रों की माने तो फर्म के मालिक शिवरतन अग्रवाल के दफ्तर में 22 एमबी और 13 एग्रीमेंट मिले है. 16 जनवरी को जल जीवन मिशन भ्रष्टाचार में ईडी ने छापे मारे थे.
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पीएचईडी के डिवीजन दफ्तर में एमबी जेईएन को रिलीज होती है, लेकिन ठेकेदारों के घर-दफ्तर में सरकारी दस्तावेज मिल रहे है. शिवरतन को इंजीनियर्स ने मिलीभगत 1350 करोड़ के टैंडर दिए थे. ऐसे में अब ईडी और बड़े खुलासे कर सकती है. इससे पहले जल जीवन मिशन के दूसरे मास्टरमाइंड ठेकेदार पदमचंद जैन के होटल पॉलोविक्ट्री से भी 72 एमबी मिली थी.
बता दें कि जल जीवन मिशन घोटाले में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर बनी अलग अलग फर्मों के जरिए करोड़ों रुपए के टेंडर लेकर भुगतान किया गया है. जिसमें गणपति और श्री श्याम ट्यूबवेल फर्म के मालिक पदमचंद जैन और महेश मित्तल पर जल जीवन मिशन(JJM) में घोटाला करने के आरोप हैं. दोनों की फर्मों ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के नाम पर काफी लूट खसोट मचाई.
गौरतलब है कि, जगतपुरा में 81.80 करोड़, सवाई माधोपुर में 16.85 करोड़, नीमकाथाना में 23.87 करोड़ और 23.81 करोड, खो नागोरियान प्रोजेक्ट में 53.28 करोड़, शाहपुरा में 6.19 करोड़, नागौर में 93.15 करोड़ और 85.77 करोड़, सीकर में 14.65 करोड़, अजीतगढ़-श्रीमाधोपुर में 21.38 करोड़, खंडेला में 23.81 करोड़ के टेंडर लिए थे। दोनों फर्मों को कुल 900 करोड़ से अधिक रुपए के टेंडर दिए गए थे.
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