जयपुर:  राजस्थान स्टेट फ्लाइंग स्कूल सालों से बंद हैं. इसको शुरू करने के लिए सरकारों ने खूब प्रयास किए, लेकिन हमेशा कोई न कोई अड़ंगा आ ही जाता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे पीपीपी मोड पर चालू करने के लिए बजट में घोषणा कर दी. सरकार बजट घोषणाओं को लागू करने के लिए जिस तरीके से कमिटेड है उससे युवाओं में पायलट बनने की उम्मीद जगी है.


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युवा पायलट बनने के सापने देखने लगे. फ्लाइंग स्कूल को चालू करने के लिए सरकार की ओर से दो तीन बार बैठकें की गईं. जिसमें अलग अलग शहरों में इसे चालू करने के बारे में भी विचार किया गया. इससे प्रदेश के युवाओं को पायलट बनने का सपना पूरा होगा. हालांकि, सरकार की यह पहल अभी जमान पर उतरती नहीं दिख रही है. इस प्रोजेक्ट के शुरू करने में अड़चनें आने लगी है.


पीपीपी मोड पर चालू करने में फिर आया नया रोड़ा


सरकार ने इसे पीपीपी मोड पर चालू करने के लिए प्रोसेस शुरू किया तो अब सामने आया कि इसका रजिस्ट्रेशन सोसायटी एक्ट में है, जिसके चलते इसे लाभ के रूप में नहीं चला सकते. सरकार इसे पीपीपी मोड पर चलाती है तो यह लाभ की श्रेणी में माना जाएगा.अब इसे चालू करने के लिए सरकार ने नए विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं. विभागीय अधिकारियों का भी कहना है कि अब इसके बायलॉज में बदलाव या जमीन को सरकार के नाम से आवंटित कर इसके चालू करने के बारे में विचार किया जा रहा है. ऐसे में अब इसे चालू करने में और वक्त लगेगा.