Jaipur: जयपुर की आमागढ़ पहाड़ी (Amagarh Hill) पर बने दुर्ग में बने मंदिर में विधायक की मौजूदगी में धर्म ध्वजा हटाने बाद मामला गरमा गया है. इस मंदिर में करीब दो महीने पहले शिव पंचायत मूर्तियों को तोड़ा गया था और अब धर्म ध्वजा खंडित करने पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा (BJP) और हिंदू संगठनों (Hindu organizations) ने आक्रोश व्यक्त किया. इस मामले में ट्रांसपोर्ट नगर थाने में आरोपियों के खिलाफ परिवाद दिया गया है. 


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छोटी काशी के रूप में विख्यात जयपुर में जगह-जगह मंदिर बने हुए हैं. गलता तीर्थ के पास आमागढ़ की पहाड़ियों में प्राचीन दुर्ग बना हुआ है. इस दुर्ग में बने शिव मंदिर में जय श्री राम (Jai Shri Ram) और ओम लिखी हुई करीब 40 से 45 फीट की विशाल धर्म ध्वजा लगी हुई थी. 


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दरअसल, बुधवार को गंगापुर विधायक रामकेश मीणा (Ramkesh Meena) की मौजूदगी में कुछ लोगों ने धर्म ध्वजा को हटाकर फाड़ दिया. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें खुद विधायक रामकेश मीणा अपने समर्थकों से कहते हुए नजर आ रहे हैं कि स्थानीय विधायक से मेरी बात हो गई है इस ध्वजा को उखाड़ दो फाड़ दो. रामकेश मीणा के कहते ही विधायक के समर्थक विशाल धर्म ध्वजा को रस्सियों से तोड़ते हुए नजर आए और अंत में धर्म ध्वजा खंडित कर दी गई.


विधायक ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
इस बारे में जब विधायक रामकेश मीणा से बात करना चाहा तो विधायक रामकेश मीणा ने न तो फोन अटेंड किया और न ही वो जयपुर आवास पर मिले. दूसरी ओर जिस जगह ये धर्म ध्वजा लगी हुई थी. 


रफीक खान ने दी यह प्रतिक्रिया
वहां के स्थानीय कांग्रेस विधायक रफीक खान (Rafeeq Khan) से जब इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों से छेड़छाड़ करना अनुचित है. न मैं ध्वजा लगाने के पक्ष में था और न हटाने के पक्ष में हूं.


हिंदूवादी संगठनों में खासी नाराजगी
धर्म ध्वजा को जिस तरीके से खंडित किया गया है, उससे हिंदूवादी संगठन नाराज दिखाई दे रहे हैं. विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने चेतावनी दी है जिन लोगों ने धर्म ध्वजा को पार कर सनातन धर्म का अपमान किया है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. हिंदू धर्म में एक जाति विशेष को लेकर खाई पैदा करने की कोशिश की गई है, ऐसी हरकतों को बर्दाश्त बिल्कुल नहीं किया जाएगा.


बीजेपी भी आई विरोध में
आमागढ़ दुर्ग पर धर्म ध्वजा को खंडित करने के मामले में भाजपा भी अब खुलकर सामने आ गई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि रामकेश मीणा पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज होना चाहिए. मंदिरों पर हमेशा ध्वजा रहती है और भला धर्म ध्वजा से किसी को क्या आपत्ति हो सकती है?


संतों और अन्य संगठनों में भी छाया आक्रोश
इधर मूर्तियां तोड़ने के बाद अब धर्म ध्वजा खंडित किए जाने की सूचना मिली तो संतों और अन्य संगठन आक्रोशित हो गए. धरोहर बचाओ संरक्षण समिति के अध्यक्ष भारत शर्मा, अध्योध्या के हनुमानगढ़ी ठाकुरजी मंदिर के महंत रामदास सहित अन्य कार्यकर्ता ट्रांसपोर्ट नगर थाने पहुंचे. उन्होंने विधायक रामकेश सहित अन्य लोगों के खिलाफ धार्मिक चिह्नों को नष्ट करने का मामला दर्ज करने के लिए रिपोर्ट दी. 


हिंदू संगठनों ने की कार्रवाई की मांग 
धर्म ध्वजा खंडित करने के मामले में हिंदू संगठनों कार्रवाई की मांग की है. कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन उग्र करने की चेतावनी दी है. पूर्व में भी इस तरह की घटना होने के बाद दूसरा मामला होने पर आक्रोश व्यक्त किया है. उनका कहना है कि विधायक को मंदिर से ध्वजा हटानी थी तो सम्मान पूर्वक हटाते, इस तरह अपमान समाज सहन नहीं करेगा. 


30 मई को हुई थी घटना
आमागढ़ दुर्ग में बने इस मंदिर में 30 मई को शिव पंचायत की मूर्तियों को खंडित कर दरवाजा ले जाने की घटना हुई थी. इस सम्बंध में ट्रांसपोर्ट नगर थाने में दो जून को मुकदमा दर्ज करा दिया गया था. पुलिस ने चार बाल अपचारियों और एक वयस्क आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पांचों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की जा रही है.