Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में कांग्रेस और रालोप (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी)  के बीच गठबंधन हो सकता है. सूत्रों की माने तो नागौर के साथ बाड़मेर की सीट पर कांग्रेस राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है. गठबंधन को लेकर पर्दे के पीछे बातचीत जारी है.


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इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली नहीं आने की खबर है. स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा होगी. लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक है. आज कांग्रेस वॉर रूम में शाम 4 बजे से बैठक को लेकर कांग्रेस नेताओं के दिल्ली आने का कार्यक्रम है.


नागौर सीट की बात करें तो ये जाट बहुल सीट है. यहां से आरएलपी (Rashtriya Loktantrik Party )के मौजूदा सांसद हनुमान बेनीवाल सबसे बड़े नेता हैं. ऐसे में बीजेपी को इस सीट पर जीतने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है.


नागौर लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं, इनमें 70 फीसदी आबादी जाटों की है.  इस सीट से जाट समुदाय के कार्यकर्ता को ही टिकट देने की मांग हमेशा उठती रही है. चर्चा है कि नागौर से बीजेपी के पास कोई बड़ा जाटा चेहरा नहीं होने की वजह से उन्होंने ज्योति मिर्धा को टिकट दिया. हालांकि इलाके में मिर्धा परिवार की मजबूत पकड़ है जिसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है. इसके अलावा, युवाओं के बीच प्रभाव रखने वाले हनुमान बेनीवाल मिर्धा को कड़ी चुनौती दे सकते हैं.


2019 के चुनावों की बात करें तो बीजेपी ने आरएलपी (Rashtriya Loktantrik Party ) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में बिना गठबंधन या बिना किसी समर्थन के बीजेपी ने 25 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने की बात कही थी. हनुमान बेनीवाल की पार्टी विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक सीट ही जीत पाई. फिलहाल हनुमान बेनीवाल ने यह साफ नहीं किया है कि वह इस साल चुनाव में किसी अन्य दल का समर्थन करेंगे या नहीं?