Rajasthan- PM मोदी इस दिन देंगे राजस्थान को तोहफा, रेलतंत्र को मिलेगी नई गति, बदलेगी तस्वीर
Rajasthan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को प्रदेशवासियों को उत्तरपश्चिम रेलवे से जुड़ी नई सौगातें देंगे. उत्तर- पश्चिम रेलवे में वित्त वर्ष 202425 के लिए 9782 करोड़ रुपए का फंड अलॉकेट किया गया है.
Rajasthan प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को प्रदेशवासियों को उत्तरपश्चिम रेलवे से जुड़ी नई सौगातें देंगे. इस दौरान दो रेलखंडों के दोहरीकरण कार्य का लोकार्पण किया जाएगा. वहीं नए माल गोदाम, वन स्टेशन वन प्रॉडक्ट, सोलर प्लांट और फ्रेट कॉरिडोर के रेलखंडों की भी सौगात देंगे.
9782 करोड़ रुपए का फंड हुआ अलॉकेट
उत्तर- पश्चिम रेलवे में वित्त वर्ष 202425 के लिए 9782 करोड़ रुपए का फंड अलॉकेट किया गया है, जो कि वर्ष 2009 से 2014 के औसत बजट 682 करोड़ रुपए की तुलना में 13 गुना अधिक है. अधिक फंड मिलने से अब उत्तरपश्चिम रेलवे के विकास कार्यों में तेजी आई है.
बता दें कि फुलेरा से गोविंदी मारवाड़ और नावां सिटी से कुचामन सिटी रेलखंडों के दोहरीकरण का कार्य पूरा हो चुका है. जोधपुर से जयपुर के बीच केवल नावां सिटी से गोविन्दी मारवाड़ तक 8 किमी का दोहरीकरण कार्य बचा है, जिसे इसी माह पूरा कर लिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से अहमदाबाद से जुड़ेंगे. वहीं उत्तरपश्चिम रेलवे में जैसलमेर स्टेशन पर प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जयपुर जंक्शन पर होने वाले कार्यक्रम में सांसद रामचरण बोहरा और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू खुर्जासाहनेवाल रेल खंड और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर के न्यू मकरपुरान्यू घोलवड रेलखंड का लोकार्पण करेंगे. मीडिया से बातचीत में मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण और जयपुर मंडल के एडीआरएम मनीष गोयल ने बताया कि इस दौरान पीपीपी मोड पर विकसित किए गए धानक्या माल गोदाम और रेवाड़ी माल गोदाम का भी लोकार्पण किया जाएगा.
इन रेलकार्यों की मिलेगी सौगात
कुचामन सिटी से नावां सिटी 16 किमी दोहरीकरण 105 करोड़ से पूरा फुलेरा से गोविन्दी मारवाड़ 27 किमी दोहरीकरण 175 करोड़ से पूरा 67 करोड़ की लागत से जोधपुर कारखाने का दोहरीकरण 75 कोच से बढ़ाकर 100 कोच अनुरक्षण प्रति माह की हाेगी क्षमता जैसलमेर में 54 करोड़ से होगा ट्रेन अनुरक्षण डिपो का निर्माण 61 स्टेशनों के वन स्टेशन वन प्रोडक्ट का लोकार्पण 18.69 करोड़ की लागत से पीपीपी मोड पर बना धानक्या माल गोदाम |
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को भारतीय रेलवे में माल लदान के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 2843 किलोमीटर की दूरी को कवर करता है और यह 6 हजार किमी से अधिक ट्रैक लिंकिंग वाली परियोजना है. इस पूरे कॉरिडोर में समपार फाटक नहीं हैं और 535 बड़े एंव 4643 छोटे पुल बनाए गए हैं. करीब 80 प्रतिशत मार्ग भारतीय रेल के समानांतर बनाया गया है. पूर्वी फ्रेट कॉरिडोर में जहां कार्य पूरा हो चुका है और मालगाड़ियों का संचालन सुचारू है, जबकि पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर में अब तक करीब 80 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है. इन दोनों कॉरिडोर के पूरा होने से रेलवे में माल लदान को नई गति मिलेगी. इसी लिहाज से भविष्य में ईस्ट कोस्ट कॉरिडोर, पूर्वी-पश्चिमी सब कॉरिडोर और उत्तर-दक्षिणी कॉरिडोर बनाए जाएंगे.