Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में वन भूमि में अवैध खनन की चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है.जहां एक तरफ मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में अवैध खनन के रोकथाम के लिए कार्रवाई के निर्देश दे रहे हैं.तो वहीं मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में ही अवैध खनन माफियाओं में डर का नामों निशान नहीं दिख रहा है.


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 6 किलोमीटर तक अवैध खनन
आपको बता दें कि माफियाओं ने बिना भय के बांध  बरेठा वन्य अभ्यारण का बड़ा हिस्सा खोद डाला.जानकारी के अनुसार करीब 400 करोड़ से अधिक के लाल पत्थर का अवैध खननकिया जा चुका है. मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र बांध बरेठा वन्य अभ्यारण क्षेत्र में 6 किलोमीटर तक अवैध खनन किया गया.


माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि माफियाओं ने खनन के लिए,पानी की सप्लाई के लिए  सेपरेट वाटर पाईपलाईन बिछा दी.एनजीटी की ओर से गठित संयुक्त जांच कमेटी के रिपोर्ट में हुए कई खुलासे.



एनजीटी में पेश किया जांच के रिपोर्ट
दरअसल,15 जनवरी को एनजीटी ने कमेटी का गठन करते हुए जांच के आदेश आदेश दिए थे.जिसके बाद आदेश का पालन करते हुए संयुक्त कमेटी ने एनजीटी में पेश किया जांच के रिपोर्ट.संयुक्त कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया की स्थानीय प्रशासन और खान विभाग के सपोर्ट अवैध खनन से हो रहा है .रिपोर्ट में हाइड्रोलिक खनन फावड़े, पोकलैन जैसी हैवी मशीनों से अवैध खनन किया गया है.




रिपोर्ट में एसीएफ फोरेस्ट, एसडीएम और खनन विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल किए गए.तो वहीं एनजीटी के आदेश के बावजूद भी एसडीएम ने कहा कि उनके क्षेत में नही आता मामला.जिसने बाद अब मामले पर अगली सुनवाई 4 मार्च को होगी एनजीटी भोपाल बेंच में होगी.जिसके बाद बड़े कदम उठाए जा सकता है.


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