Rajasthan News:सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टर की कमी को दूर करने के लिए तबादलों में उड़ीसा मॉडल लागू किया जाएगा. जिसके तहत ट्राइबल और मरुस्थलीय इलाकों में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को सर्विस के दौरान 5 से 15% तक अलग से बोनस मिलेगा.


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तबादलों में उड़ीसा मॉडल 
चिकित्सा विभाग की ओर से डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के तबादलों के लिए नया ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद इसे प्रदेश में लागू किया जाएगा. चिकित्सा विभाग की ओर से शहर से दूर ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए यह नवाचार किया जा रहा है. 



डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को बोनस
जिसके लिए उन्होंने उड़ीसा मॉडल का अध्ययन किया है. चिकित्सा एसीएस शुभ्रा सिंह ने कहा कि अभी ड्राफ्ट तैयार हुआ है और इसे मंजूरी का इंतजार है.स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर पॉलिसी तैयार करने को लेकर अब 10 जून को एक बैठक बुलाई गई है. जिसमें डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और मंत्रालय कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे.


चिकित्सा विभाग की ओर से तबादलों को लेकर तैयार किए गए नए ड्राफ्ट को लेकर मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सराहना भी की हैं. इसके साथ ही बाकी डिपार्टमेंट में भी इसी तरह को पॉलिसी तैयार करने पर काम किया जा सकता हैं.


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