जयपुर न्यूज: केंद्रीय जीएसटी ने टैक्स चोरी करने वालों पर शिकंजा कस कर रहा है,विभाग ने दो चरणों में टैक्स चोरी करने वालों को पकड़ने का अभियान चलाने का फैसला किया.पहले चरण चरण में 15 जनवरी से अभियान चलाया गया.अब दूसरे चरण में 15 फरवरी से विभाग अभियान शुरू करने जा रहा है.पहले चरण में सीजीएसटी ने 333 करोड़ 95 लाख रु की टैक्स में गड़बड़ी को पकड़ा है,सीजीएसटी ने इस दौरान 4 करोड 16 लाख रु की वसूली भी की है.


आइटीसी का गलत तरीके से लाभ लेने पर कार्रवाई


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विभाग ने जनवरी में राज कॉप इन्फो सर्विसेज जयपुर को 321 करोड 73 लाख रु का नोटिस जारी किया गया है,इसके अलावा विभाग ने शैल कंपनियां चलाने वाले यश गोयल को भी गिरफ्तार किया.जिसने गलत तरीके से 6 करोड़ 65 लख रुपए की इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया था.इसके अलावा फर्जी तरीके से 4 करोड़ 10 लख रुपए का रिफंड भी लिया था.


इसी तरह मैसर्स दिनेश चंद्र टेंटो इन्फो प्राइवेट लिमिटेड ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से प्राप्त आय पर एक करोड़ 77 लाख रुपए का टैक्स कम चुकाया था.एक अन्य मामले में मैसेज कोरल एसोसिएट जोधपुर जो नक्की झील में बोटिंग की सेवाएं देती है,बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन के सेवाएं दे रही थी.फर्म से 5 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता चला है जिसमें से 50 लाख रुपए की अब तक वसूली की जा चुकी है.


अलवर और भिवाड़ी रियल एस्टेट डेवलपर्स पर कार्रवाई


जीएसटी चोरी की सूचना पर सीजीएसटी टीमों ने प्रदेश में कई जगह पर छापेमारी की है,सीजीएसटी जयपुर जोन के मुख्य आयुक्त महेंद्र रंगा के निर्देशों पर सीजीएसटी अलवर ने भिवाड़ी और अलवर में स्थित 5 रियल एस्टेट डेवलपर्स के सर्च किया.सर्च के दौरान तीन रियल एस्टेट डेवलपर्स द्वारा इनपुट टैक्स क्रेडिट का अनुचित लाभ 1.62 करोड़ रुपए का मामला दर्ज कराया गया.साथ ही मौके पर तीनों डेवलपर्स से 1.62 करोड़ रुपए भी जमा करवाया गया.


इन डेवलपर्स के खिलाफ कार्रवाई जारी है,वहीं दूसरी ओर कीटनाशकों का उत्पादन करने वाली एचपीएम केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड कंपनी के भी सर्च के दौरान 40.65 लाख रुपए की जीएसटी चोरी सामने आई.कंपनी से मौके पर ही 40.65 लाख रुपए की जीएसटी राशि वसूल की गई,फिलहाल कार्रवाई जारी है.


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