Kirodilal Meena on Paper leak : राजस्थान में हुए द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर कई खुलासे किए है. एक तरफ जहां आरपीएससी पर सवाल उठाते हुए ये दावा किया कि पेपर लीक मॉडरेटर के जरिए होता है. और मॉडरेटर आरपीएससी की गोपनीय शाखा के अधीन ही आता है. तो वहीं किरोड़ीलाल मीणा ने ये भी दावा किया है कि यहां से पेपर लीक होने के बाद किन किन जगहों पर गया है. मीणा के मुताबिक पेपर वितरित होने के लिए 4 गाड़ियों से जयपुर में गए. इसके अलावा जोधपुर में 2 बस और 3 गाड़ियों में गए. ये तीनों गाड़ियां इनोवा थी.


3 हजार लोगों तक पहुंचा पेपर


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इसके अलावा बीकानेर में 3 गाड़ी, अजमेर में 2 गाड़ी, अलवर में 4 गाड़ी, भरतपुर में 5 गाड़ी, दौसा में 2, कोटा में 2, उदयपुर में एक बस और 5 गाड़ी से पेपर गया. जिस बस से उदयपुर पेपर ले जाया गया वही बस तीन दिन तक परीक्षाओं से जुड़े छात्रों को लाने ले जाने के काम में भी लगी रही. मीणा ने जांच एजेंसियों से इस बस की जांच की भी अपील की. आरोप लगाया कि 3 हजार बच्चों को इन गाड़ियों से पेपर पढ़ाया गया है.


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सुरेश ढ़ाका की गैंग में ये लोग


राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सुरेश ढ़ाका की गैंग में पहला शख्स महेंद्र विश्नोई जो रेलवे में कार्यरत है. जो ऑनलाइन परीक्षा हैक करने का काम करता है. उसने रेलवे, जेईईएन और टैक्निकल हेल्पर, ANM, GNM की ऑनलाइन परीक्षाओं को भी हैक किया था. दूसरा शख्स कमलेश ढ़ाका है जो सुरेश ढ़ाका का छोटा भाई है. इसके अलावा सुनील सारण और देवीलाल इस गैंग में शामिल है. इसके अलावा बाड़मेर का रुपाराम जो विदेश में बिजनस करता है वो भी इस गैंग से जुड़ा हुआ है. नरेश बिश्नोई, सुनील भादू ( LDC ) जो बेरोजगारों का नेता है, सुरेश साहू भी शामिल है. जोधपुर का रहने वाला बनवारी लाल जो सुरेश ढ़ाका का मित्र है, सुनील बीकानेर जो ढ़ाका का कोचिंग पार्टनर है. ये सभी लोग इस पूरे गैंग से जुड़े हुए है पेपर लीक प्रकरण में इनकी भूमिका है.


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