Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की सियासत में एक बार फिर गदर मच गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने से पहले उनके समर्थक विधायकों ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है. दूसरी ओर सचिन पायलट खेमा मुख्यमंत्री बनाए जाने की कयासबाजी के बीच फूंक-फूंक के कदम चल रहा है. इसी बीच जयपुर से ढाई सो किलोमीटर दूर दिल्ली में सियासी हलचलें तेज हो गई है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष और दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री रामेश्वर डूडी ने 10 जनपथ पहुंच कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है.  


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10 जनपथ पर सोनिया गांधी से रामेश्वर डूडी  की मुलाकात को लेकर सूबे में  सियासी गहमागहमी शुरू हो गई है. इस मुलाकात के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है. दरअसल रामेश्वर डूडी की ऐसे समय में सोनिया गांधी से मुलाक़ात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन रही है. 



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एक और कहा जा रहा है कि डूडी ने सूबे के सियासी हालात को लेकर सोनिया गांधी से चर्चा की है तो वहीं कहा यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के संगठन चुनाव को लेकर यह मुलाकात हुई है. डूडी की मुलाकात के बाद प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुलाकात की. 


 अजय माकन ने कहा कि राजस्थान के सारे राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने लिखित रिपोर्ट मांगी है. आज रात तक हम लिखित रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप देंगे. हर विधायक की बात सोनिया गांधी के सामने रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि रविवार की घटना से आहत हूं. शर्तों के साथ प्रस्ताव पारित नहीं होते हैं. हर विधायक से राय लेनी थी, लेकिन विधायक एक साथ चर्चा करने को तैयार थे. 


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