Rajasthan: राजस्थान में सियासत गरमाई हुई है. सत्तारूढ़ कांग्रेस पर दोहरी मार की जा रही है. एक तरफ कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेताओं पर इनकम टैक्स की कार्रवाई हो रही है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या बीजेपी कांग्रेस मुक्त राजस्थान के दावे को इस प्यार या मार से हकीकत में बदलने का काम कर रही है ?


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मरूधरा के महासमर में कांग्रेस और बीजेपी में ठनी हुई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते आ रहे हैं. बीजेपी नेता कांग्रेस मुक्त भारत और राजस्थान के दावे करते आ रहे हैं. प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन करने वाले नेताओं का सिलसिला लगातार जारी है.


\शनिवार को भी कांग्रेस के पूर्व वित्त मंत्री रहे चंदनमल बैद के पुत्र पूर्व विधायक चंद्रशेखर बैद के साथ ही कांग्रेस के पूर्व विधायक नंदलाल पूनियां, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के पास काम करने वाले सांवरमल महरिया तथा पूर्व मेयर तथा पिछले चुनाव में जयपुर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रही ज्योति खंडेलवाल ने बीजेपी का दामन थाम लिया. इससे पांच दिन पहले भी कांग्रेस नेता और विधानसभा चुनाव लड़ चुके सुरेश मिश्रा सहित कई कांग्रेस नेता बीजेपी खेमे में आ गए हैं.


इस सदमें से कांग्रेस उभर भी नहीं पाई कि कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के यहां इनकम टैक्स की रेड शुरू हो गई. शनिवार की बात करें तो इनकम टैक्स ने कैबीनेट मंत्री उदयलाल आंजना के आवास पर जांच शुरु हो गई. पार्टी पर इस दोहरी मार से कांग्रेस नेता विचलित हो गए हैं. पीसीसी चीफ गोविदं सिंह डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत भेदभाव पूर्ण कार्रवाई और कार्रवाई के बहाने डराने की कोशिश का आराेप लगा रहे हैं. साथ ही सवाल उठा रहे हैं कि चुनाव के माहौल में इस तरह की कार्रवाई कतई उचित नहीं हैं ?


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