सरकार के रवैये से गुस्से में राजस्थान के बेरोजगार, बार-बार गिरफ्तारी के बीच किया ये बड़ा ऐलान
Upen Yadav : सरकार के रवैये से राजस्थान के बेरोजगार गुस्से में है. बेरोजगारों की बार-बार हो रही गिरफ्तारी के बीच उपेन यादव के नेतृत्व में गुजरात में आंदोलन जारी है.
Upen Yadav : 20 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत के बैनर तले पिछले 18 दिनों से गुजरात में आंदोलन जारी है. 2 अक्टूबर से गुजरात के पालनपुर से दांडी यात्री की शुरूआत के साथ ही बेरोजगारों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का बिगुल बजाया था. जिसके बाद करीब 150 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए 8 अक्टूबर को ये दांडी यात्रा अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय पहुंची थी. जिसके बाद से ही ये बेरोजगार संघर्ष करते हुए गुजरात में अपने आंदोलन के साथ मुश्किल समय बीता रहे हैं.
बार-बार हो रही गिरफ्तारी
गौरतलब है कि 150 किलोमीटर की लम्बी दांडी यात्रा निकालने के बाद जब बेरोजगारों ने अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया तो पुलिस ने उपेन यादव सहित करीब 100 से ज्यादा बेरोजगारों को हिरासत में लिया था. हालांकि सभी बेरोजगारों को शाम होते ही छोड़ दिया. लेकिन इसके बाद से ही बेरोजगारों को एक स्थान पर नहीं रुकने दिया जा रहा है. ये बेरोजगार कभी मंदिर तो कभी धर्मशाला तो कभी खुले आसमान के नीचे रात बिताने के लिए मजबूर हो रहे हैं. जब दो दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात दौरे पर गए तो इससे पहले ही उपेन यादव सहित 5 बेरोजगारों को क्राइस ब्रांच द्वारा हिरासत में लिया गया. करीब 22 घंटों तक हिरासत में रखने के बाद उपेन यादव सहित सभी बेरोजगारों को छोड़ा गया. इस दौरान जब अन्य बेरोजगार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय गए तो इस दौरान भी करीब 105 बेरोजगारों को पुलिस ने हिरासत में लिया.
बेरोजगारों ने लिया ये फैसला
पिछले 18 दिनों से गुजरात में डेरा डाले बैठे राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि "राजस्थान के सैंकड़ों बेरोजगार अपने घर छोड़कर पिछले 18 दिनों से गुजरात में आंदोलन कर रहे है. इस दौरान दो बार बेरोजगारों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. लेकिन बेरोजगारों का हौसला नहीं टूटा. 18 दिनों से गुजरात में आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन राजस्थान सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया. युवा बेरोजगारों के साथ सरकार द्वारा ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए.लेकिन जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती है तब तक गुजरात में ही आंदोलन जारी रखा जाएगा. मांग पूरी नहीं होने तक वापस राजस्थान नहीं आएंगे.
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