Rajasthan Weather: प्रदेश में बरसात का दौर भले ही थम गया हो लेकिन हादसों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. चाकसू कस्बे में पिछले 30 घंटे के दौरान तीन हादसे घटित हुए, दो व्यक्तियों के शव निकाले जा चुके हैं. वहीं, तीन व्यक्तियों की तलाश तालाब में की जा रही है.


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कल सुबह कृपारामपुरा गांव में बांडी नदी के बहाव मे एक व्यक्ति बह गया, जिसकी तलाश में एसडीआरएफ एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत करने के बाद लगभग 25 घंटे के बाद गांव के ही गणेश राम का शव झाड़ियां से निकला. इसी दौरान चाकसू के बड़ली गांव के तालाब में तीन बच्चों के डूबने की सूचना आई.


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वहीं, सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन एसडीआरएफ एनडीआरएफ की टीम तालाब की ओर रवाना हुई और तीनों बच्चों की तलाश शुरू की. स्थानीय प्रशासन तीनों बच्चों की खोज खबर ले रहा था. इसी दौरान चाकसू के मनोहरा तालाब में एक बच्चे के डूबने की खबर आई. 


प्रशासन तुरंत मनोहर तालाब की और रुख करता है, और 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अकोडिया गांव का निवासी दिनेश उर्फ गुर्जर को तालाब से बाहर निकालकर उप जिला चिकित्सालय लेकर जाया जाता है. जहां चिकित्सक दिनेश को मृत घोषित कर देते हैं. 


बड़ली गांव के तालाब में तीन बच्चों को ढूंढने के प्रयास किया जा रहे हैं. एक के बाद एक हो रहे हादसे से चाकसू कस्बे में अब भय का माहौल नजर आ रहा है लेकिन ग्रामीण अधिक जल भराव होने के बावजूद तालाब और नदी में जाने से डर नहीं रहे हैं.


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वहीं, स्थानीय प्रशासन के द्वारा समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते एक के बाद एक हादसे से घट रहे हैं. इन हादसों के जितने जिम्मेदार ग्रामीण है, उतना ही जिम्मेदार वहां का स्थानीय प्रशासन है. स्थानीय प्रशासन के द्वारा बांडी और ढूंढ नदी के बहाव क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई चेतावनी नहीं लिखी हुई है. तालाब पर कोई सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं है, जिस कारण एक के बाद एक हाथ से चाकसू कस्बे में हो रहे हैं.