जलापूर्ति योजनाओं के लिए खोदी गई सड़क तुरंत होगी दुरूस्त, जलदाय मंत्री ने दिए निर्देश
जलापूर्ति योजना के कार्यों के बाद रोडकट की सही ढंग से मरम्मत नहीं होने की शिकायतों को देखते हुए खोदी गई सड़कों को सही गुणवत्ता के साथ समय पर ठीक करने के निर्देश दिए. उनके निर्देशों के बाद विभाग ने इस संबंध में गाइड लाइन जारी की है.
Jaipur: सड़क खोदकर पाइप लाइन डालने के बाद खुदी हुई सड़क की समय पर और सही ढंग से मरम्मत नहीं होने के कारण वाहन चालाकों को परेशानिया हो रही हैं, जिसके बाद में जलदाय मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए हैं.
जलापूर्ति योजना के कार्यों के बाद रोडकट की सही ढंग से मरम्मत नहीं होने की शिकायतों को देखते हुए खोदी गई सड़कों को सही गुणवत्ता के साथ समय पर ठीक करने के निर्देश दिए. उनके निर्देशों के बाद विभाग ने इस संबंध में गाइड लाइन जारी की है.
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गाइड के तहत रोडकट से पहले संबंधित एजेंसी से एडवांस में अनुमति ली जाए. विभिन्न सरकारी विभागों, निकायों में आपसी सामंजस्य हो ताकि समन्वय की कमी के कारण पहले रोडकट की मरम्मत के कुछ ही समय में फिर से रोडकट की जरूरत नहीं पड़े. ऐसा होने पर सरकारी पैसे की बर्बादी तो होती ही है उस क्षेत्र के लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है.
राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी का रखें ध्यान
रोड कट उतनी ही लंबाई में हो, जितना दिन भर के कार्य के बाद शाम को रिपेयर किया जा सके. खुदी हुई सड़क को बिना किसी कारण और सुरक्षा व्यवस्था किए बैरिकेडिंग सुरक्षा घेरा खुला नहीं हो. रोड का कोई भी हिस्सा एक बार कट हो तो विभिन्न विभाग अथवा एजेंसी से जुड़े पाइप लाइन रोड के किसी हिस्से की खुदाई इस तरह से प्लान की जाए कि राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी ना हो.
दिए जाएं नए निर्देश
मानसून सीजन में सड़क की खुदाई से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि इससे उस क्षेत्र के लोगों और वहां से गुजरने वाले वाहनों के लिए अवरोध पैदा नहीं हो. नए दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि वाटर सप्लाई योजना के लिए की जाने वाली खुदाई से पहले ही यह सुनिश्चत किया जाए कि पाइप लाइन डालने के बाद खोदी गई सड़क तुरंत वाहनों के चलने के लायक स्थिति में की जाए.
जल कनेक्शन कार्य के दौरान सेक्शनल पाइप लाइन डालने के साथ ही उसकी टेस्टिंग भी कर ली जाए और टेस्टिंग के बाद सड़क की मरम्मत भी साथ.साथ ही हो जाए. सड़क खुदाई से पहले जैसी थी वैसी ही खुदाई के बाद भी बना दी जाए. जिस जगह खुदाई हुई थी. वहां मरम्मत के बाद सड़क का हिस्सा बाकी सड़क के साथ लेवल में लाया जाए यानी उबड़-खाबड़ नहीं हो.
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