शाहपुरा/जयपुर: सरकार आमजन को बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपये की कई योजनाएं बनाकर उन्हें लागू कर रही है, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही उन योजनाओं को किस कदर पलीता लगा रही है, इसकी एक बानगी शाहपुरा के राजकीय उपजिला अस्पताल में देखने को मिल रही है. यहां करोड़ों की लागत से बने ICU वार्ड पर ताला लगा हुआ है. खास बात यह है कि उद्घाटन के ढाई माह बीत जाने के बाद भी एक भी मरीज को ICU वार्ड में भर्ती नहीं किया गया. यहां आने वाले गंभीर और दुर्घटना का समय तो को सीधा जयपुर रेफर किया जाता है.


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करोड़ों की लागत से ICU वार्ड बनाया गया था तो लोगों को उम्मीद बनी थी कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों का उपचार कर जीवन बचाया जा सकेगा, लेकिन ICU में मरीज का भर्ती न होना प्रशासन की उदासीनता को प्रदर्शित करता है. उप जिला अस्पताल में वर्ष 2021 में 3852 मरीज आए, जिनमें सामान्य बीमारी और सड़क हादसे में करीब 1264 मरीजों को जयपुर रेफर किया गया. वहीं, वर्ष 2022 में 6463 मरीज भर्ती हुए. इनमें से 1257 मरीजों को जयपुर रेफर किया गया है. लगातार मरीजों को जयपुर रेफर करने से लोग इसे अब रेफर अस्पताल के नाम से पुकारने लगे हैं.


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धूल फांक रहे करोड़ों के मेडिकल उपकरण


ऐसे में उपकरण धूल फांक रहे हैं. शाहपुरा कस्बा दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के चलते हाईवे पर आए दिन दुर्घटनाएं होती है और इसमें घायल मरीजों को अस्पताल पहुंचाते हैं, लेकिन उप जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते मरीजों को जयपुर रेफर कर दिया जाता है और आईसीयू में कणों पर खर्च के बाद भी ताले लटके हैं. अस्पताल में 1 करोड़ 17 लाख की लागत से ICU में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त उपकरण लगाए गए थे. जिनका सितंबर माह में उद्घाटन भी कर दिया गया, लेकिन आज तक इस वार्ड में एक भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया. ऐसे में करोड़ों रुपए के उपकरण जिनका आज तक कोई उपयोग नहीं हुआ.सिर्फ नाम का उपजिला अस्पताल होने से कुछ नही होता यहां सुविधाओ के नाम पर जीरो है.


आए दिन हादसों में घायल मरीजों को रेफर कर दिया जाता जयपुर


शाहपुरा क्षेत्र में जो करोड़ो की लागत से ICU खोला गया और यहां गंभीर बीमारियों और दुर्घटना में घायल होने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 4 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया गया था. वार्ड में 7 चिकित्सा कर्मियों को लगाया गया था. उसमें तीन डॉक्टरों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण भी दिलवाया गया था, लेकिन यहां एक भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया. ऐसे में उन चिकित्सकों को दूसरे कार्यों में लगा दिया गया, जिससे शाहपुरा सहित आसपास क्षेत्र के लोगों को आजतक कोई फायदा नही मिला हैं.


हर मरीज को जयपुर रेफर कर दिया जाता है. स्थानीय और जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देकर उसे जल्द से जल्द चालू करवाये ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके. मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मिल सके इसके लिए विधायक द्वारा 1 करोड़ 17 लाख की लागत से ICU का निर्माण करवाकर उद्घटान भी किया गया है.डॉक्टर्स व स्टाफ की ड्यूटी भी लगाई गई है.किन कारणों से यहां मरीजों को भर्ती नहीं किया गया इसकी जांच करवाई जाएगी.जिन मरीजों को रेफर किया गया था क्या उनकी हालत सीरियस थी.यह भी जांच करवाई करेगी.


Repoter- Amit Yadav