Jaipur News: देशभर में शारदीय नवरात्रि बड़ी ही धूमधाम से मनाए जा रहे हैं. छोटी काशी जयपुर में भी दुर्गा माता के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. आमेर स्थित शिला माता हो या राजा पार्क स्थित वैष्णो देवी माता मंदिर. सभी में माता के दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है.


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जयपुर के वैष्णो देवी माता मंदिर में  नवरात्रि के दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी माता की पूजा अर्चना की गई.  नवरात्रों का पूजा के सबंध में मंदिर के महंत ने बताया  कि, सुबह मंगला आरती के पहले से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लाइन लगाकर मंदिर के बाहर पट खुलने का इंतजार करती है. मंदिर के पट खुलते ही मंगला आरती के समय बड़ी संख्या में  श्रद्धालु मौजूद रहते है.


बता दें कि  नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के बाद आज दूसरे दिन दुर्गा मां का दूसरा स्वरुप मां ब्रह्मचारिणी की विधिपूर्वक पूजा की गई. उन्हें भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती का अविवाहित अवतार माना जाता है. मान्यताओं में कहा गया है कि देवी का भगवान महादेव से विवाह करने की इच्छा थी, जिसके लिए उन्होंने हजारों वर्षों तक घोर तपस्या की था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अंततः भगवान शिव की पत्नी बनने का अवसर मिला.


 यही कारण है कि देवी ब्रह्मचारिणी को शक्ति और सच्चे प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इसी के साथ मंगला आरती के बाद भोग के समय मंदिर के पट बंद कर माता को भोग लगाया गया. भोग लगने के बाद नौ कन्याओं का पूजन कर उन्हें सबसे पहले प्रसाद ग्रहण करवाया. उसके बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया. 


वही मंदिर में आने वाले भक्तों ने बताया  कि वह विशेष तौर पर चैत्र और शारदीय नवरात्रों में मां वैष्णो देवी मंदिर में देवी के दर्शन करने आते हैं. यहां आकर वह मां वैष्णो देवी से जो भी मनोकामना मांगते हैं वह उनकी पूरी होती है. इस कारण से भक्तों के बीच इस मंदिर का बड़ा ही महत्व  माना जाता है.


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