Kim Jong Un: पूरी दुनिया में अपने सनकी दिमाग, तानाशाही के लिए फेमस North Korea के Kim Jong Un फिर चर्चा में आ गए हैं. उन्होंने पहले अपने देश का संविधान बदलकर पहली बार दक्षिण कोरिया को शत्रु देश घोषित किया और अब अपने सैनिकों को सख्त हिदायत दी है कि दक्षिण कोरिया के सैनिकों को कट्टर दुश्मन मानो और जरूरत पड़ने पर हमला करो. जानें पूरी खबर.
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South Korea-North Korea Dispute: किम जोंग उन का नाम आते ही सबसे पहले दिमाग में कुछ शब्द आते होंगे, जैसे- तानाशाह, सनकी, पागल, जिद्दी. अब इसी तानाशाह किम जोंग उन ने ऐसे फैसले किए हैं जिसके बाद उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच जबरदस्त तनाव बढ़ गया है. तनाव इस हद तक बढ़ा है कि सीमा पर जवानों को गोली चलाने को आदेश भी दे दिया गया है.
किम ने अपने सैनिकों को दी पूरी तरह छूट
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अपने सैनिकों को खुली छूट दे दी है और कहा कि वे दक्षिण कोरिया को एक शत्रु राष्ट्र के रूप में मानें. किम ने जोर देते हुए कहा कि अगर दक्षिण कोरिया उनकी संप्रभुता का उल्लंघन करता है तो प्रतिद्वंद्वी पर हमला करने में भी संकोच नहीं किया जाएगा. सरकारी मीडिया ने शुक्रवार के अनुसार, उत्तर कोरियाई पीपुल्स आर्मी की द्वितीय कोर के मुख्यालय में गुरुवार को अपने दौरे के दौरान किम ने सैनिकों से कहा कि वे दक्षिण कोरिया के विरुद्ध आक्रामक तरीके से बल प्रयोग को ‘‘देशवासियों के खिलाफ नहीं बल्कि शत्रु देश के खिलाफ वैध जवाबी कार्रवाई के रूप में देखें’’
'बिना संकोच हमला करो'
उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ के अनुसार, उन्होंने कहा कि अगर दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया की संप्रभुता का उल्लंघन करता है, तो उनके सैनिक उसके विरुद्ध बल का प्रयोग करने में संकोच नहीं करेंगे. दक्षिण कोरिया ने किम की टिप्पणी पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं की. उत्तर कोरिया हाल में अपने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के खिलाफ लगातार भड़काऊ धमकियां दे रहा है.
संविधान बदला, दक्षिण कोरिया को माना शत्रु राष्ट्र
सेना मुख्यालय में किम की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इस सप्ताह उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया को एक ‘‘शत्रु राष्ट्र’’ के रूप में परिभाषित करने के लिए अपने संविधान को संशोधन किया है और उसने दक्षिण कोरिया से जुड़े सड़क मार्ग तथा रेल संपर्क सुविधाओं को ध्वस्त कर दिया है. ये कदम किम के उस आह्वान के अनुरूप हैं जिसमें उन्होंने उत्तर कोरिया से दक्षिण कोरिया के साथ मेल-मिलाप के दीर्घकालिक संबंध को त्यागने पर जोर दिया था.
दोनों देशों के बीच बढ़ी दुश्मनी
विश्लेषकों का मानना है कि उत्तर कोरिया के इस कदम से प्रतिद्वंद्वियों के बीच इन तनावपूर्ण सीमावर्ती क्षेत्रों में संभावित झड़पों का खतरा बढ़ रहा है, हालांकि उत्तर कोरिया के लिए अमेरिकी और दक्षिण कोरिया की मजबूत सेनाओं के सामने बड़े पैमाने पर हमले के बारे में सोचना काफी हद तक संभव नहीं है. लेकिन जिस तरह उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने दक्षिण कोरिया की सीमा के पास अपनी तोपखाना इकाइयों को गोलीबारी के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है. उससे अंदाजा लगता है कि सीमा पर कुछ भी हो सकता है. (इनपुट भाषा से भी)