मानव इतिहास में पहली बार पानी के सिस्टम का बैलेंस बिगड़ा, रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स की चेतावनी- दुनिया पर कहर बरपेगा
Advertisement
trendingNow12477493

मानव इतिहास में पहली बार पानी के सिस्टम का बैलेंस बिगड़ा, रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स की चेतावनी- दुनिया पर कहर बरपेगा

Global Water Cycle System: पृथ्वी पर चारों तरफ पानी को ले जाने वाला सिस्टम मानव इतिहास में पहली बार असंतुलित हो गया है. विशेषज्ञों के अनुसार, इसके भयावह परिणाम देखने को मिलेंगे.

मानव इतिहास में पहली बार पानी के सिस्टम का बैलेंस बिगड़ा, रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स की चेतावनी- दुनिया पर कहर बरपेगा

Science News in Hindi: औद्योगिक और तकनीकी विकास के दम पर सरपट दौड़ रही मानवता ने ग्रह को खतरे में डाल दिया है. मानव इतिहास में पहली बार, पृथ्‍वी का जल चक्र असंतुलित हो गया है. यह वैश्विक चक्र पूरे ग्रह पर पानी को चारों ओर घुमाने वाला सिस्टम है. एक नई रिपोर्ट में, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह असंतुलन पूरी दुनिया पर कहर बरपाएगा. अर्थव्यवस्थाएं तबाह हो जाएंगी, खाद्य उत्पादन चौपट हो जाएगा और मानव जीवन पर व्यापक असर पड़ेगा. यह रिपोर्ट 'ग्लोबल कमीशन ऑन द इकॉनमिक्स ऑफ वाटर' ने जारी की है. यह दुनियाभर के एक्सपर्ट्स का एक समूह है.

पृथ्‍वी का जल चक्र : धरती पर पानी का सिस्टम

पृथ्‍वी का जल चक्र उस जटिल सिस्टम को कहते हैं जिसके द्वारा पानी पृथ्वी के चारों ओर घूमता है. पानी जमीन से वाष्पित होता है - जिसमें झीलें, नदियां और पौधे शामिल हैं - और वायुमंडल में ऊपर उठता है, जिससे हवा में जलवाष्प की बड़ी नदियां बनती हैं. ठंडा होने, संघनित होने और आखिरकार बारिश या बर्फ के रूप में वापस जमीन पर गिरने से पहले ये लंबी दूरी तय करने में सक्षम होती हैं.

यह भी पढ़ें: 11 साल के सबसे भयानक दौर में पहुंचा सूर्य, पलट रहा चुंबकीय क्षेत्र, धरती पर आ सकती है तबाही!

रिपोर्ट में जताई ग्लोबल तबाही की आशंका

ताजा रिपोर्ट कहती है कि दशकों से हो रहे विनाशकारी भूमि उपयोग और जल कुप्रबंधन ने जलवायु संकट के साथ मिलकर वैश्विक जल चक्र (Global Water Cycle) पर 'अभूतपूर्व दबाव' डाला है. इस दबाव का असर अभी से दुनिया पर दिखने लगा है. करीब तीन अरब लोग पानी के संकट से जूझ रहे हैं. फसलें बर्बाद हो रही हैं और शहर सिकुड़ रहे हैं.

यह तो चमत्कार हो गया! वैज्ञानिकों ने पहली बार सॉलिड्स में ढूंढ निकाले इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टलाइट्स

अगर फौरन कदम नहीं उठाए गए तो नतीजे भयावह होंगे. रिपोर्ट के अनुसार, जल संकट से वैश्विक खाद्य उत्पादन में 50% से अधिक का नुकसान होने का खतरा है. 2050 तक देशों के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में औसतन 8% की कमी आने का खतरा है. निम्न आय वाले देशों में यह नुकसान 15% तक होने का अनुमान है.

विज्ञान के क्षेत्र की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Latest Science News In Hindi और पाएं Breaking News in Hindi देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news