Sikar news: पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति को लेकर यूजी प्रथम सेमेस्टर सहित अन्य परीक्षाओं की फीस वृद्धि का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. परीक्षा फीस बढ़ोतरी को लेकर पिछले दिनों छात्र संगठन एसएफआई ने शेखावाटी विश्वविद्यालय पर प्रदर्शन कर बढ़ाई गई फीस को वापस लेने की मांग की थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


छात्र-छात्राओं के साथ बड़ा धरना प्रदर्शन 
 छात्रों के प्रदर्शन के बाद बीते दिन प्रेस बयान जारी कर शेखावाटी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से फीस कम नहीं करने की बात कही गई. शेखावाटी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से फीस बढ़ोतरी नहीं करने के बयान के बाद आज छात्र संगठन एसएफआई के पदाधिकारियों ने शेखावाटी विश्वविद्यालय की परीक्षा फीस और बीकानेर की महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय की परीक्षा फीस की तुलना करते हुए मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखा और बढ़ाई गई फीस के बारे में जानकारी दी.



 छात्र संगठन एसएफआई के पदाधिकारियों ने 1 जनवरी तक बढ़ाई गई फीस वापस नहीं लेने पर 2 जनवरी को शेखावाटी विश्वविद्यालय पर सीकर, चुरु व झुन्झनू जिले के विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के साथ बड़ा धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.



नई शिक्षा नीति के तहत  प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित
छात्र संगठन एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष जाखड़ ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत शेखावाटी विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की जाने वाली प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए ली जा रही फीस में काफी बढ़ोतरी की गई है. उन्होंने कहा शेखावाटी विश्वविद्यालय की ओर से प्रेस बयान जारी कर दावा किया जा रहा है कि हमने विद्यार्थी हित में फीस में बढ़ोतरी नहीं की है.



 जबकि बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय और शेखावाटी विश्वविद्यालय की परीक्षा फीस में बहुत बड़ा अंतर है. जाखड़ ने कहा शेखावाटी विश्वविद्यालय की ओर से की गई फीस वृद्धि वापस लेने की मांग को लेकर 1 जनवरी को सीकर, चूरू, झुंझुनू व नीमकाथाना जिले के सभी सरकारी और निजी कॉलेजों की ओर से शेखावाटी विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजा जाएगा. 


अगर इसके बाद भी फीस बढ़ोतरी वापस नहीं ली जाती है तो 2 जनवरी को हजारों की संख्या में विश्वविद्यालय पर घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा. छात्र-छात्राओं के 2 जनवरी के घेराव और प्रदर्शन के बाद भी अगर विश्वविद्यालय फीस वृद्धि वापस नहीं लेती है तो शेखावाटी विश्वविद्यालय के हजारों छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतरेंगे. इस दौरान लायन आर्डर बिगड़ा है तो इसकी सारी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन और सरकार की होगी .


यह भी पढ़ें:नगर पालिका कार्यालय में पसरा है सन्नाटा,अधिकारियों की कुर्सी दिखी खाली