राविवि में सेवानिवृत्त कर्मचारियों का धरना 22वें दिन भी जारी, लगाए ये बड़े आरोप
राजस्थान विश्वविद्यालय कुलपति सचिवालय के बाहर आज 22वें दिन भी राविवि से सेवानिवृत्त कर्मचारियों का धरना जारी रहा. कड़ी धूप के बाद अब बारिश में भी कर्मचारी अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर धरने पर डटे हुए हैं.
Jaipur: राजस्थान विश्वविद्यालय कुलपति सचिवालय के बाहर आज 22वें दिन भी राविवि से सेवानिवृत्त कर्मचारियों का धरना जारी रहा. कड़ी धूप के बाद अब बारिश में भी कर्मचारी अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर धरने पर डटे हुए हैं. सेवानिवृत्ति के लाभों में कटौती से निराश सेवानिवृत्त कर्मचारियों के चेहरों पर अब निराशा साफ झलकने लगी है. साथ ही अपने इस आंदोलन को ओर उग्र करने की चेतावनी भी कर्मचारियों की ओर से दी गई है.
गौरतलब है कि राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा अप्रैल और मई महीनों में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों की रिकवरी निकालते हुए करीब 3 से 6 लाख रुपये की कटौती का सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर पिछले दिनों सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी जगदीश मीणा को समय पर सेवानिवृत्ति का लाभ नहीं मिलने के चलते उचित इलाज नहीं मिलने की वजह से निधन हो गया था. ऐसे में जगदीश मीणा के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर भी आंदोलन किया जा रहा है.
सेवानिवृत्त कर्मचारी हीरा लाल तोलानी ने बताया कि राविवि प्रशासन ने नियमों के विरुद्ध जाकर कर्मचारियों की रिकवरी निकाली है, जबकि सेवानिवृत्त होने के तीन महीने पहले ही सभी कार्रवाई को अंजाम दिया जाता है, लेकिन राविवि प्रशासन द्वारा मनमर्जी करते हुए सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभों में से रिकवरी निकाली गई है, जब तक विवि प्रशासन द्वारा रिकवरी आदेश को वापस लेते हुए कटौती की गई राशि को नहीं लौटाया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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