Jaipur police: जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के निर्देश पर राजधानी जयपुर में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त फेस रिकॉग्निशन डिवाइस का प्रयोग जन्माष्टमी के पर्व पर गोविंद देव जी मंदिर में किया गया.


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प्रयोगिक तौर पर डिवाइस में 3000 बदमाशों का डाटा डाला गया,जिसमें से एक दर्जन से अधिक बदमाशों को डिवाइस ने भीड़ में रिकॉग्नाइज किया. प्रयोग सफल होने पर अब जयपुर पुलिस आसपास की रेंज और जिलों से भी बदमाशों का डाटा मंगा रही है,जिसे फेस रिकॉग्निशन डिवाइस में अपलोड किया जाएगा.


 इसके बाद गणेश चतुर्थी के पर्व पर मोती डूंगरी गणेश मंदिर में डिवाइस को इंस्टॉल किया जाएगा और भीड़ में आने वाले बदमाशों पर नकेल कसी जाएगी. एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि भविष्य में डिवाइस को भीड़भाड़ वाले स्थल,रेलवे स्टेशन,बस स्टैंड,धार्मिक स्थल आदि जगहों पर लगाने की प्लानिंग की गई है.


ताकि भीड़ में बदमाशों को रिकॉग्नाइज कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सके और वारदातों को होने से पहले टाला जा सकें.उन्होंने बताया कि डिवाइस में चेन स्नेचर,पर्स स्नेचर,नकब्जन और वांछित अपराधियों की सूची को अपलोड किया गया है.आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त फेस रिकॉग्निशन डिवाइस आने वाले समय में जयपुर पुलिस के लिए काफी मददगार साबित होगी.


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