Suman murder case: राजधानी में एक बार फिर से खाकी पर गंभीर आरोप लगे हैं और इस बार सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए एक इंस्पेक्टर सहित चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिए. जिस पर मानसरोवर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.


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 यह पूरा मामला वर्ष 2021 में मानसरोवर थाना इलाके में हुई सुमन नामक महिला के हत्याकांड से जुड़ा हुआ है. इस पूरे हत्याकांड में पुलिस ने पूर्व में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे वारदात में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया था. वही मृतका की 14 वर्षीय नाबालिग बेटी ने अब पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


 मृतका की बेटी ने सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने बयान में मानसरोवर थाने के तत्कालीन एसएचओ दिलीप सोनी, SI वंदना नरूका, कांस्टेबल सरोज चौधरी और एक अन्य कांस्टेबल पर टॉर्चर करते हुए मां की हत्या की वारदात को कबूलने का दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं. यहां तक की पुलिस नियम विरुद्ध नाबालिग को न केवल उस वक्त पूछताछ के लिए थाने लाई बल्कि रोजनामचा में और केस डायरी में इसकी एंट्री भी नहीं की गई. 


मृतका के ससुर ने भी कोर्ट में दिए अपने बयानों में यह कहा है कि पुलिस चाहती थी कि मृतका की नाबालिग बेटी यह कबूल करें कि उसने ही अपनी मां को गोली मारी है. पीड़ित पक्ष द्वारा दिए गए इस तरह के बयानों के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ को पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिए जिस पर मानसरोवर थाने में एफआईआर दर्ज की गई. 


एडिशनल डीसीपी क्राइम श्रीमन लाल मीणा की ओर से मानसरोवर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. फिलहाल मामले की जांच जारी है जिसकी मॉनिटरिंग खुद जयपुर पुलिस कमिश्नर कर रहे हैं.


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