Jaipur: जयपुर जिले में 15 अप्रैल से कोचिंग संस्थानों का औचक निरीक्षण किया जाएगा.शहर में आने वाले प्रत्येक कोचिंग छात्रों का जीवन बहुमूल्य है और सभी छात्रों को अवसाद से दूर रखने के लिए सभी प्रयास करने हैं ताकि कोई भी स्टूडेंट्स तनाव में आत्महत्या जैसा गलत कदम ना उठाएं. जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि सर्वांगीण विकास, तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए कोचिंग संस्थानों के संचालक स्टूडेंट्स को बेहतर सुविधाएं और सकारात्मक माहौल मुहैया करवाएं.


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साथ में राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 20 बिन्दुओं की गाइडलाइन की पालना भी करवाने की जिम्मेदारी पूरी करें. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों की समस्याओं के लिए ई-कम्प्लेंट पोर्टल विकसित कर शिकायतों का निस्तारण किया जाए. साथ हीं प्रत्येक कोचिंग में प्रतिस्पर्धा-शैक्षणिक दबाव के कारण उत्पन्न तनाव और अवसाद के निवारण के लिए मनोचिकित्सकीय सेवाएं करने के लिए मनोवैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त किया जाए.


कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए सुविधा केन्द्र की स्थापना की जाए. तनाव से मुक्ति दिलवाने के लिए स्टूडेंट्स की दूसरे करियर विकल्प की भी जानकारी दी जाए.कलेक्टर ने कहा कि स्टूडेंट्स के फ्रेंडली वातावरण बनाने और उनकी एग्जिट पॉलिसी में सुधार के लिए कोचिंग संस्थान EASY EXIT POLICY बनाएं. छात्रों और उनके अभिभावकों को फीस रिफण्ड के संबंध में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान ही पूर्ण जानकारी मुहैया करावें.


वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर (दक्षिण) मोहम्मद अबूबक्र ने कहा कि जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी मॉनिटरिंग और कोचिंग स्टूडेंट्स को मानसिक संबल-सुरक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना के लिए 15 अप्रैल से कोचिंग संस्थानों का औचक निरीक्षण किया जाएगा.


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