पांच योग क्रियाओं से दूर होगी महिलाओं की यह बड़ी समस्या...आप भी जान लीजिए
Best Yoga For daily Routine: भाग दौड़ भरी जिंदगी में कई बार व्यक्ति अपने स्वास्थ्य पर ठीक ढंग से ध्यान नहीं दे पाता है और बीमारियों को अपने यहां जाने-अनजाने में न्यौता दे बैठता है, बात जब महिलाओं की हो तो स्वास्थ्य को लेकर चुनौती ज्यादा बढ़ जाती है
Best Yoga For daily Routine: भाग दौड़ भरी जिंदगी में कई बार व्यक्ति अपने स्वास्थ्य पर ठीक ढंग से ध्यान नहीं दे पाता है और बीमारियों को अपने यहां जाने-अनजाने में न्यौता दे बैठता है, बात जब महिलाओं की हो तो स्वास्थ्य को लेकर चुनौती ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि महिलाओं में मासिक धर्म चक्र जीवन का अभिन्न हिस्सा है, महावारी और हार्मोन असंतुलन की वजह से महिलाओं में चिड़चिड़ापन,स्वभाव में परिवर्तन देखने जैसे लक्षण देखने को मिलते है, कई बार अत्यधिक काम का दवाब जैसे डिप्रेशन, अनिद्रा और खान-पान में कमी इसके अहम कारण है, इसलिए पौष्टिता के भरपूर खान-पीन के साथ साथ पांच योग आसनों में अनियमित Periods और हार्मोन को संतुलित किया जा सकता है.
1. नाड़ी शोधन प्राणायाम
कैसे करें:- सबसे पहले सुखासन की मुद्रा में बैठें, सबसे पहले नाक के दाहिने छिद्र को बंद कर श्वास भरें फिर दाहिने से ही श्वास को छोड़ें...फिर दाहिने से भरकर बाएं से छोड़ें...यह अभ्यास 9 चक्र तक दोहराना चाहिए
फायदे- यूं तो प्राणायाम को आसनों के बाद ही करें तो ज्यादा बेहतर होता है, नाड़ीशोधन प्राणायाम से तनाव, चिंता के लिए विशेष लाभकारी है.
2. हलासन
कैसे करें: सर्वप्रथम जमीन पर पीठ की ओर लेट जाएं... ध्यान रहें दोनों हथेलियां जंघाओं के बगल में हों....हथेली का सहारा लेते हुए दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं एवं सिर की ओर जमीन पर टिका दें
फायदे: पीयूष ग्रंथि को मजबूती देता है, जिसके कारण ग्लैंड्स को कंट्रोल करती है....हार्मोन असंतुलन होने पर यह सर्वात्तम है.
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3.Camel Pose (उष्ट्रासन)
कैसे करें: सबसे पहले घुटनों के बल खड़े होना है, उसके बाद सामान्य श्वास गति के साथ दोनों हाथों को पीठ के पीछे ले जाना है और पीठ पीछे की ओर मोड़ते हुए हथलियों से पैर की एड़िया पकड़ लें एवं गर्दन को पीछे छोड़ दें, वापस धीरे-धीरे समअवस्था में आए जाएं
फायदे: इस आसन से शरीर खुलता है, शरीर के तीनों हिस्से कंधे, छाती और कमर मजबूत बनती है, मासिक धर्म के दर्द से राहत प्रदान करता है
4.मत्स्यासन (मछली मुद्रा)
कैसे करें: सबसे पहले जमीन पर बैठें, धीरे-धीरे झुकते हुए पीठ के बल लेटे, फिर Left पांव को Right हाथ एवं Right पांव को Left हाथ से पकड़े और अपनी कोहनियों को जमीन पर टिकाएं...विशेष तौर पर ध्यान रखें कि घुटने जमीन को न छुएं, अब श्वास लेते हुए हाथों की मदद से सिर को पीछे गर्दन की ओर करें....अब धीरे-धीरे सांस लें एवं उसें छोड़े...कुछ देर तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं
फायदे:- मत्स्यासन से हार्मोन्स का बैलेंस बना रहता है जिससे अनियमित पीरियड्स की समस्या से बचा जा सकता है
5. मलासन
कैसे करें: सर्वप्रथम इस आसन में उकड़ू बैठा जाता है तथा दोनों टांगों के बीच दूरी हो....ख्याल रखें हिप्स को जमीन पर नहीं रखें....अब अपनी ऊपरी बाजुओं को घुटनों के अंदरूनी भाग में लेकर आएं और अपनी कोहनियों को जांघों के पास रखें...अपनी दोनों हथेलियों को मिला लें...अब 10 बार लंबी-लंबी सांस लेकर अंत में धीरे-धीरे समअवस्था में आएं .
फायदे:-मलासन करने से रक्त संचरण बढ़ता है और सेक्सुअल एनर्जी रेगुलेट होती है . हार्मोन का भी संतुलन बना रहता है
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Writer: लक्ष्मीनारायण (सर्टिफाइड योग प्रशिक्षक)