Vastu Tips For Navratri 2022: इस साल 26 सितंबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है जो 05 अक्टूबर तक चलेगा. नवरात्रि के पहले दिन शुक्ल और ब्रह्म योग का अद्भभुत संयोग बनने के कारण, इसे बेहद खास माना जा रहा है. साथ ही नवरात्रि के इन 9 दिनों को धार्मिक दृष्टि से बेहद ही शुभ भी माना गया है और अब तक नवरात्रि के पर्व को धूमधाम से मनाने की तैयारी आपने कर भी ली होगी पर क्या आप जानते हैं की इस दौरान वास्तु टिप्स का कितना महत्त्व है, एक गलती आपको कितना भारी पड़ सकता है ? 


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इसलिए इस दौरान आपको अपने घर के वास्‍तु पर भी विशेष ध्यान रखना होगा, तब ही आपको देवी की कृपा प्राप्त होगी. वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के दौरान कुछ वास्तु टिप्स का विशेष ध्यान रखना होता है. वास्तु के जानकार बताते हैं कि अगर नवरात्रि के दौरान वास्तु का विशेष ध्यान रखा जाए तो घर में मां दुर्गा का वास होता है, साथ ही इस दिन दौरान मां लक्ष्मी की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है. आइए जानते हैं नवरात्रि में किन 14 वास्तु टिप्स का खास ख्याल रखना जरूरी है


नवरात्रि में जरूर रखें इन 14 वास्तु टिप्स का ध्यान


- हिंदू धर्म में स्वास्तिक चिन्ह को कल्याण और मंगल से जोड़ कर देखा जाता है और इसलिए नवरात्रि के पर्व पर पहले ही दिन आपको घर के मुख्य द्वार पर दाईं और बाईं ओर हल्दी और चूने से स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए. ऐसा करने से आप मंगल को अपने घर की ओर आकर्षित करती हैं और सब कुछ शुभ होता है.


- वास्तु एक्सपर्ट के मुताबिक नवरात्रि के दौरान प्रत्येक दिन तुलसी में जल अर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही घी का दीपक जलाना भी शुभ होगा. मान्यतानुसार, ऐसा करने से घर में किसी प्रकार का कलह और क्लेश नहीं होगा. साथ ही घर में खशहाली बनी रहेगी. 


- नवरात्रि में मां दुर्गा को गुलाब, गुड़हल और कमल का फूल चढ़ाना शुभ और मंगलकारी होता है. माना जाता है कि इससे मां दुर्गा अभिभूत होती हैं. मां दुर्गा खुश होकर सभी प्रकार की विपदाओं को दूर करती हैं.


- वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के दौरान घर में इस्तेमाल होने वाली पुरानी झाड़ू नहीं बदलनी चाहिए. नवरात्रि के बाद पुरानी झाड़ू को बदल सकते हैं. दरअसल हिंदू मान्यताओं में झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है. 


- नवरात्रि के दौरान अगर संकल्प लेकर मां दुर्गा की उपासना करते हैं तो इस दौरान प्रत्येक दिन कम से कम एक कन्या को भोजन जरूर कराना चाहिए. इसके अलावा इस दौरान घर की महिलाओं और कुंवारी कन्याओं का निरादर नहीं करना चाहिए. क्योकिं इन्हें भगवती  का स्वरूप माना जाता है. 


- नवरात्रि में मां दुर्गा को भोग लगाएं वक्त घंटी या ताली जरूर बचाना चाहिए. मान्यता है कि देवी दुर्गा तब भी भोग स्वीकार करती हैं जब उनका आवाहन किया जाता है. ऐसे में इस बात का विशेष ध्यान रखें.


- वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में हवन करने के लिए आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण का कोना) में करना चाहिए. दरअसल इस कोण में अग्नि देवता का वास होता है. इसके अलावा अगर आप अखंड दीप जलाते हैं तो उसे भी इसी कोण में जलाना उत्तम होगा. 


- वास्तु शास्त्र में स्वास्तिक चिह्न को मंगलकारी माना गया है. ऐसे में नवरात्रि के पहले दिन ही घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ हल्दी और लाल रंग से स्वास्तिक का निशान बनाना चाहिए, ताकि घर में सब मंगलमय रहे.


- नवरात्रि के दौरान में सूर्यास्त के समय पूजा स्थान पर 7 कपूर जलाकर मां दुर्गा की आरती करनी चाहिए. माना जाता है कि इससे घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप घर का वातावरण खुशहाल रहता है. 


- मां दुर्गा को लाल रंग अत्यंत प्रिय है. ऐसे में नवरात्रि में लाल रंग के कपड़े पहनकर मां दुर्गा की पूजा करना शुभ रहेगा. साथ मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होगी.


- यदि आपको लगता है कि घर में किसी वजह से वातावरण खराब है और आप गृह क्लेश से छुटकारा पाना चाहती हैं, तो आपको एक पात्र में पानी भरकर रखें और उसमें नमक डाल लें. ऐसा करने से आपके घर में मौजूद हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी.


- आपको नवरात्रि के दौरान घर के आंगन को गोबर से लीपना चाहिए, यदि आप ऐसा नहीं कर पा रही हैं, तो आपको अपने घर के आंगन में 7 कंडे टांग देने चाहिए. ऐसा करने से आपके घर का वातावरण शुद्ध बना रहेगा और देवी लक्ष्‍मी का घर में वास होगा. 


- घर में किसी कन्या के रोज पैर पूजें. आपको बता दें कि द्वापर में यह परंपरा श्रीकृष्ण द्वारा श्री राधा रानी को प्रसन्न करने के लिए शुरू की गई थी. नवरात्रि के दौरान घर की महिलाओं और कुंवारी कन्याओं का आदर करना चाहिए और उन्हें उपहार भी देना चाहिए.


- नवरात्रि के दौरान रसोई में छौंक लगाने से बचें और पक्का खाना ही बनाएं. रसोई में जो भोजन बनाएं उसका नियमित देवी जी को भोग लगाएं.


Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  ZEE Media इनकी पुष्टि नहीं करता है. )


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