Jaipur : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया. मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने 2 मिनट का मौन रखकर श्री पहाड़िया को श्रद्धांजलि अर्पित की. बैठक में शोक प्रस्ताव पारित किया गया.


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शोक प्रस्ताव के मुताबिक जगन्नाथ पहाड़िया (Jagannath Pahadia), माननीय पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान तथा पूर्व राज्यपाल, बिहार एवं हरियाणा के दुःखद देहावसान पर राज्य सरकार गहरा शोक प्रकट करती है. जगन्नाथ पहाड़िया का जन्म 15 जनवरी, 1932 को भुसावर जिला भरतपुर में हुआ. उन्होंने एम.ए. एवं एल.एल.बी. तक की शिक्षा राजस्थान विश्वविद्यालय से प्राप्त की. उन्होंने 1957 से 1962 1967 से 1971, 1971 से 1977 एवं 1980 में लोकसभा सदस्य रहे एवं 1965 से 1966, 1966 से 1967 तक राज्यसभा सदस्य रहे. 


इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं उपमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं. इसके अतिरिक्त आय वर्ष 1980 से 1985, 1985 से 1990, 1990 से 1992 एवं 2003 से 2008 तक क्रमशः सातवीं, आठवीं, नवीं एवं बारहवीं विधानसभा के सदस्य रहे. आप 6 जून, 1980 से 14 जुलाई 1981 राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे. पहाड़िया 3 मार्च, 1989 से 2 फरवरी, 1990 तक बिहार एवं 27 जुलाई, 2009 से जुलाई, 2014 तक हरियाणा के राज्यपाल रहे. 1988-89 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव भी रहे. अपने राजनीतिक जीवन के दौरान विभिन्न समितियों के अध्यक्ष एवं सदस्य के रूप में प्रतिनिधित्व किया. अनुसूचित जाति /जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं समाज के पंचित वर्गों के उत्थान एवं कल्याण हेतु महत्वपूर्ण एवं अविस्मरणीय योगदान दिया है.


उनके निधन से प्रदेश की अपूरणीय क्षति हुई है. आपकी सेवायें प्रदेशवासियों को चिरस्मरणीय रहेंगी. ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को चिरशान्ति और उनके संतप्त परिवार को इस दुःखद घड़ी में धैर्य एवं साहस प्रदान करे."


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