Ujjwala scheme: उज्ज्वला गैस के कनेक्शन धारियों के लिए खुशखबरी है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा के बाद आगामी 1 अप्रैल से राज्य में बीपीएल और उज्जवला गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं को 500 रुपए में सिलेंडर मिलेगा.


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इसके लिए राज्य के खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग ने केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के सचिव को पत्र लिख कर तीनों गैस कंपनियों से राज्य में दोनों श्रेणियों के गैस उपभोक्ताओं की जानकारी मांगी है.मंत्रालय से उपभोक्ताओं की संख्या मिलने पर सालाना खर्च का वास्तविक आकलन होगा.


गहलोत सरकार चुनावी मोड में आ गई है. अब उज्ज्वला गैस कनेक्शनधारी गृहणियों और बीपीएल उपभोक्ताओं को 500 रुपए प्रति सिलेंडर के हिसाब से साल में 12 सिलेंडर देगी.एक अप्रैल से यह योजना लागू होगी.माना जा रहा है किराज्य सरकार महंगाई से कुछ राहत देने की कोशिश के साथ वोट बैंक साधने का काम चूल्हे पर जलने वाली गैस से करेगी.अगले साल हो रहे विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह घोषणा कांग्रेस के कोर वोट बैंक में विश्वास जताने के लिए की गई है.


इस घोषणा से राजस्थान की पूरी आबादी में से लगभग 73 लाख परिवारों को फायदा होगा.इससे महंगाई के इस दौर में आमजन पर आर्थिक बोझ कम हो सकेगा.लेकिन राज्य सरकार खर्च के बोझ तले दब जाएगी.खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग ने केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के सचिव को पत्र लिख कर तीनों गैस कंपनियों से राज्य में दोनों श्रेणियों के गैस उपभोक्ताओं की जानकारी मांगी है.


राज्य के खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग के अफसरों ने बताया कि केन्द्र सरकार राज्य के उज्जवला कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं को प्रति सिलेंडर 200 रुपए की सब्सिडी दे रही है.इस तरह से 200 रूपए छूट के बाद अभी सिलेंडर उज्जवला कनेक्शधारियों को 906 रूपए में मिल रहा हैं.


अब एक अप्रैल से राज्य सरकार इस सिलेंडर को उज्जवला कनेक्शधारियों को 500 रूपए में देगी.और इस तरह केंद्र से मिलने वाली 200 रूपए की छूट के बाद करीब 406 रूपए प्रति सिलेंडर का भार खुद वहन करेगी.


राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा के दौरान सबसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घरेलू गैस सिलेंडर की महंगाई से जूझ रही गृहणियों को 500 रुपए में सिलेंडर देने की घोषणा की थी.इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधान सभा में बजट में यह घोषणा भी कर दी.जानकारी के अनुसार 73 लाख बीपीएल और उज्ज्वला कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं को 500 रुपए में सिलेंडर मिलेगा.


तेल कंपनियां बीते एक वर्ष से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों को बढ़ा रही हैं.राजस्थान में 1106 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर मिल रहा है.ग्रामीण क्षेत्रों में तो उज्जवला गैस कनेक्शनधारी महिलाओं ने सिलेंडर भराना छोड़ फिर से जंगल से लकड़ी लाकर फिर से चूल्हे की शरण ले ली है.लेकिन शहरों में गृहणियां महंगे सिलेंडर के बोझ से परेशान हैं.उधर कंपनियां सिलेंडर की कीमतों पर लगाम नहीं लगा सकती हैं.


उज्जवला योजना के उपभोक्ताओं की संख्या
IOOC-29.09 लाख
BPCL-20.86 लाख
एचपीसीएल-19.25 लाख


इसी तरह राजस्थान से बीपीएल श्रेणी में 4.04 लाख उपभोक्ता की संख्या
इंडियन ऑयल -2.49 लाख
बीपीसीएल-77 हजार
एचपीसीएल-78 हजार


सरकार को कितने पैसे देने होंगे इसे ऐसे समझें
बीपीएल श्रेणी के 4.04 लाख उपभोक्ताओं को फिलहाल सिलेंडर 1106 रुपए में मिल रहा है.इसके बाद जब 500 रुपए में मिलेगा तो बचा हुआ 606 रुपया राज्य सरकार को देना होगा.


उज्जवला के 69.20 उपभोक्ताओं हैं.लेकिन इनमें से 44 लाख उपभोक्ता ही रेगुलर रिफलिंग करवाते हैं.इन उपभोक्ताओं को फलहाल सब्सिडी के बाद 906 रुपए में सिलेंडर मिल रहा है.ऐसे में जब 500 रुपए में सिलेंडर मिलेगा तो बचे हुए 406 रुपए राज्य सरकार को देने होंगे.


ऑयल कंपनियों के आंकडों को देखे तो राजस्थान की पूरी आबादी में से लगभग 75 लाख लोग उज्जवला योजना और बीपीएल स्कीम से जुडे हैं.इनमें से उज्जवला योजना में 69.20 लाख उपभोक्ता हैं.जिन्हे केंद्र सरकार की ओर से 200 रूपए सब्सिडी मिलने के बाद 906 रूपए में सिलेंडर मिलता हैं.अब राज्य सरकार ने उज्जवला और बीपीएल परिवारों को 500 रूपए में सिलेंडर देने की घोषणा की हैं.


जो की अप्रैल 2023 से लागू होगी.यदि तेल कंपनियों के आंकडों की बात करें तो प्रदेश में 69.20 लाख उज्जवला योजना के लाभार्थियों में से 44 लाख उपभोक्ता रेगुलर रिफलिंग करवाते हैं.


इस हिसाब से सालाना 5 करोड 34 लाख 07 हजार 068 रिफलिंग होती हैं.अब 1 अप्रैल 2023 से 500 रूपए का सिलेंडर देगी तो 406 रुपए प्रति सिलेंडर का भार राज्य सरकार पर आएगा.इसी तरह बीपीएल कनेक्शन धारकों के आंकडों की बात करें तो राजस्थान से बीपीएल श्रेणी में 4 लाख 4 हजार उपभोक्ताओं को सामान्य 1106 रुपए प्रति सिलेंडर मिलता हैं.इन्हें उज्जवला योजना वाली 200 रुपए सब्सिडी नहीं मिलती हैं.ऐसे में प्रति सिलेंडर 606 रूपए का भार राज्य सरकार पर आएगा.


खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने बताया की कहा कि सरकार उन सभी लोगों को फायदा देना चाहती है जिन्हें उज्जवला के नाम पर सिर्फ छला गया है.बीपीएल और उज्जवला योजना के उपभोक्ताओं को 500 रुपए में सिलेंडर देने से राज्य सरकार पर हर साल अतिरिक्त भार आएगा.राज्य सरकार साल में 12 सिलेंडर 500 रूपए की दर से उपलब्ध कराएगी.लगातार रसोई के दाम बढने से रसोई का बजट काफी गड़बड़ाया हुआ हैं.


इसमें सबसे ज्यादा मार प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए गैस सिलंडर धारकों पर पड रही हैं.गरीब परिवारों के लिए इन गैस सिलेंडरों को भरवाना काफी परेशानी का सबब बना हुआ था.कुछ जगहों पर तो महंगाई के कारण उज्जवला गैस कनेक्शन धारकों ने गैस पर खाना पकाना ही बंद कर फिर से चूल्हे पर लकड़ी जलाकर खाना पकाने के साथ घर के अन्य काम किए जाने लगे हैं.


बहरहाल, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सरकार गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लाभार्थियों को एलपीजी का कनेक्शन केंद्र सरकार देती है. यहां आपको यह बता दें कि इस योजना का लाभ केवल महिलाएं उठा सकती हैं.


साथ ही आवेदक महिला की उम्र कम से कम 18 साल होनी ही चाहिए. इसके अलावा यदि एक ही घर में इस योजना के तहत कोई अन्य एलपीजी कनेक्शन होगा तो उन्हें सरकार की ओर से इस योजना का लाभ नहीं दिया जाता हैं.महंगाई के कारण अब शहर-कस्बों में निम्न वर्ग और गांव कस्बों में ग्रामीण लोग फिर से चूल्हे की ओर लौटने लगे हैं.


क्योंकि इन्हें लकड़ी आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं.यही वजह है कि दिहाड़ी श्रमिकों समेत ऐसे लोग जिनकी मासिक आय बहुत कम है वे सिलेंडर भरवाने से बच रहे हैं..लेकिन अब राजस्थान सरकार ने बडा ऐलान कर गरीबों को बड़ी राहत दी हैं.


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