Jaipur: बेरोजगारों को सहारा देने वाली मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना का 15 जिलों में ग्रहण लगा हुआ है. अब तक प्रदेश के आधे जिलों में बेरोजगारों को भत्ते का इतंजार है. सरकार ने इसी साल बेरोजगारी भत्ते में 1000 रुपए की राशि का इजाफा किया है, जिसके बाद से 18 जिलों से बेरोजगारों को भत्ता मिलना शुरू हो गया, लेकिन अब तक 15 जिलों ये इस साल ये योजना शुरू ही नहीं हो पाई.


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बेरोजगार भत्ते के बेसहारा
राजस्थान के युवाओं को संबल देने वाली योजना में आधे जिलों के बेरोजगार भत्ते के बेसहारा है.अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, धौलपुर, झालावाड, जोधपुर, करौली, राजसमंद, नागौर, सिरोही, उदयपुर, चितौडगढ, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ के बेरोजगार युवाओं को अब तक बेरोजगारी भत्ते का इतंजार है. राज्य के युवा छात्रों को हर महीने 4 हजार रुपए और छात्राओं को 4500 रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है. इसके साथ ही दिव्यांगजनों और ट्रांसजेण्डर्स को भी 4500 रुपए प्रतिमाह भत्ता दिया जाता है. एक साल में अधिकतम 2 लाख युवा बेरोजगारों को भत्ता मिल सकता है. हालांकि विभाग इंटर्नशिप करवाकर बेरोजगारों को संबल बनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन शायद रोजगार विभाग 15 जिलों के बेरोजगारी भत्ता देना भूल रहा है.


17 करोड़ का बेरोजगारी भत्ता बंटा
राज्य में अब तक 17 करोड़ 59 लाख रुपए का बेरोजगारी भत्ता बंट चुका है, जिसमें सबसे ज्यादा झुन्झुनु में 2 करोड़ 85 लाख, पाली में 2 करोड 19 लाख, सीकर में 2 करोड 16 लाख, बांसवाडा में 1 करोड 36 लाख, डूंगरपुर में 1 करोड 33 लाख रुपए का भत्ता बेरोजगारों को बंट चुका है.


4 लाख 83 हजार युवा ले चुके लाभ
2019 में शुरू हुई इस योजना से अब तक 4 लाख 83 हजार 622 युवाओं को बेरोजगारी भत्ते का लाभ मिल चुका है. जिसमें जनरल कैटेगिरी के 3 लाख 52 हजार, एससी के 74 हजार, एसटी के 56 हजार युवा इस योजना से लाभान्वित हो चुके है. जिसमें 2 लाख 72 हजार छात्र और 2 लाख 10 हजार छात्राओं को भत्ता मिल गया है. लेकिन 15 जिलों के युवाओं को अभी तक बेरोजगारी भत्ते का इतंजार है.


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