Jaipur: मंत्रिमंडल पुनर्गठन (Cabinet Reorganization) अपडेट सामने आया है. गहलोत के मंत्रिमंडल पुनर्गठन के फ़ॉर्मूले में मिशन 2023 की छाप दिखेगी. पार्टी को चुनाव जिताने वाले और व्यापक प्रभाव वाले विधायकों को अवसर मिलेगा. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि एक दर्जन नए चेहरों को अवसर मिल सकता है. रघु शर्मा (Raghu Sharma), हरीश चौधरी (Harish Choudhary) और गोविंद सिंह ड़ोटासरा (Govind Singh Dotasara) की जगह दो जाट दो जाट और एक ब्राह्मण चेहरे को मौका मिलेगा.  


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ब्राह्मण चेहरों के तौर पर महेश जोशी राजेन्द्र पारीक और राजकुमार शर्मा में एक को मंत्री बनाया जा सकता है. जाट नेता के तौर पर रामलाल जाट और महादेव सिंह खण्डेला को मौका मिल सकता है. आदिवासी क्षेत्र से महेंद्र जीत सिंह मालवीय को भी मंत्री बनाया जा सकता है. अशोक चांदना और टीकाराम जूली को  प्रमोशन मिल सकता है. 4 मंत्रियों की परफॉर्मेंस के हिसाब से छुट्टी हो सकती है. 


बसपा से आने वाले विधायकों में राजेंद्र गूढा मंत्री बन सकते हैं. निर्दलीय विधायकों में बाबूलाल नागर और संयम लोढ़ा के नाम की भी संभावना है. मंत्रिमंडल में प्रियंका गांधी का फ़ॉर्मूला नजर आ सकता है. तीन महिला विधायकों के नाम चर्चाओं में हैं. दलित और महिला विधायक के तौर पर मंजू मेघवाल, गुर्जर विधायक के तौर पर शकुंतला रावत और मुस्लिम महिला चेहरे के तौर पर जाहिदा का नाम भी दौड़ में शामिल हैं. 


गोविंद राम मेघवाल खिलाड़ी लाल बैरवा का नाम भी दौड़ में शामिल हैं. पायलट कैंप से बनाए तीन या चार मंत्री जा सकते हैं. रमेश मीणा या मुरारी मीणा में से किसी एक को मौक़ा मिलेगा. हेमाराम चौधरी या बृजेन्द्र ओला में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. दीपेंद्र सिंह शेखावत का भी लिस्ट में नाम शामिल है. सचिन पायलट की सूची में विश्वेन्द्र सिंह का नाम शामिल नहीं हैं. विश्वेन्द्र सिंह को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फैसला करना है.