भारत से पंगा लेने वाले बांग्लादेश में भुखमरी जैसे हालात, पेट भरने के लिए हमसे ही खरीदेगा 50 हजार टन चावल
Advertisement
trendingNow12594368

भारत से पंगा लेने वाले बांग्लादेश में भुखमरी जैसे हालात, पेट भरने के लिए हमसे ही खरीदेगा 50 हजार टन चावल

India Bangladesh News: राजनयिक संबंधों में आए तनाव के बावजूद, बांग्लादेश ने घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत से 50 हजार टन चावल खरीदने का फैसला किया है.

भारत से पंगा लेने वाले बांग्लादेश में भुखमरी जैसे हालात, पेट भरने के लिए हमसे ही खरीदेगा 50 हजार टन चावल

Bangladesh Rice Import From India: पड़ोसी बांग्लादेश इन दिनों बुरे हालात में है. वहां खाद्यान्न की कमी हो गई है. हाल के दिनो में स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है. म्यांमार में संघर्ष के चलते भी बांग्लादेश की प्लेट से अनाज कम होने लगा है. मुसीबत सामने देखकर वहां की अंतरिम सरकार ने भारत से मदद मांगी है. मोहम्मद युनूस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भारत से 50 हजार टन चावल आयात करने का फैसला किया है. एक भारतीय कंपनी को गैर-बासमती चावल सप्लाई करने का ऑर्डर दे दिया गया है. यह दिखाता है कि राजनयिक संबंधों में तनाव के बावजूद दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते मजबूत बने हुए हैं.

197 करोड़ रुपये में 50 टन चावल

बांग्लादेशी सरकार ने मंगलवार को चावल आयात के प्रस्ताव को मंजूरी दी. एक निजी भारतीय कंपनी यह चावल सप्लाई करेगी. 458.84 डॉलर प्रति टन की कीमत पर 50,000 टन चावल आयात करने पर 22,942,000 डॉलर (करीब 197 करोड़ रुपये या 280 करोड़ टका) का खर्च आएगा. बांग्लादेश ने राष्ट्रीय आपातकालीन जरूरतों और सार्वजनिक हित के लिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों से 6,00,000 टन चावल आयात करने के नीति प्रस्ताव को मंजूरी दी.

बांग्लादेश के हालात अभी ठीक नहीं!

बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के बाद भारत से रिश्‍ते बिगड़ गए थे. पूर्व पीएम और आवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना को पिछले साल अगस्त में छात्र आंदोलन से उभरे आक्रोश के बाद सत्ता छोड़कर भारत भागना पड़ा था. इसके बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया जो फिलहाल देश का सत्ता संभाल रही है.

यह भी पढ़ें: भारत-अफगानिस्‍तान ने की द्विपक्षीय चर्चा तो क्‍यों किलबिला गया पाकिस्‍तान?

अंतरिम सरकार के वजूद में आने के बाद से देश में कट्टरवादी ताकतों को मजबूती मिली है. अल्पसंख्यक समुदायों और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. सरकार पर अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव बरतने के आरोप लग रहे हैं. (एजेंसी इनपुट)

विज्ञान के क्षेत्र की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Latest Science News In Hindi और पाएं Breaking News in Hindi देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news