Heart Attack: एसएमएस अस्पताल के आरआरसी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नितिन पांडेय की गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई. नितिन की इस तरह मौत से उन्हें जानने वाले सभी हैरान हैं. 48 साल के पांडेय अपने ससुराल गए हुए थे. रतलाम में ही उन्हें अटैक आ गया. परिजन उन्हें अस्पताल भी लेकर पहुंचे लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका. डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.


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डॉ. नितिन स्वस्थ थे. हर दिन व्यायाम करते थे और क्रिकेट भी खेलते थे. उनकी बेटी एमबीबीएस कर रही है. कार्डियक अरेस्ट से हुई मौत के बाद चिकित्सा विभाग के डॉक्टर्स सकते में हैं. ऐसा इसलिए भी क्योंकि डॉक्टर नितिन बेहद एक्टिव, जिंदादिल इंसान थे और क्रिकेट के प्रति उनकी दीवानगी देखने लायक थी. कार्डियक अरेस्ट डॉक्टर की मौत का यह पहला मामला नहीं है. कोविड के बाद अब तक छह डॉक्टरों की हार्ट और ब्रेन स्टोक से मौत हो चुकी है.


इन डॉक्टरों की भी हुई मौत


डॉ. सौरभ माथुर, सीनियर आर्थो सर्जन- अस्पताल जाने से पहले सुबह के सारे दैनिक कार्य किए. बैडमिंटन खेलने के बाद हार्ट अटैक से मौत हो गई.
डॉ. अरुण गर्ग, एमडी मेडिसिन- रोज 3 किमी घूमने व खेलने का रूटिन था. एसएमएस मेडिकल कॉलेज ग्राउंड में खेलते समय हार्टअटैक से मौत हो गई.


डॉ. राजाराम- रात को साइलेंट अटैक आने के बाद मौत हो गई.
डॉ. आरके गुप्ता- अचानक ब्रेन स्ट्रोक के बाद 17 दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद मौत हो गई.


डॉ. जितेन्द्र, फिजिशियन- युवा डॉक्टर, लेकिन घर पर ही अटैक आया, अस्पताल में मौत गई.