जयपुर के जमवारामगढ़ में पहाड़ों पर बहने लगे झरने तो ओवरफ्लो हुआ कानोता डैम
जयपुर ग्रामीण के विभिन्न कस्बों में बारिश का दौर जारी है. बस्सी, जमावरमगढ़, चाकसू समेत आस-पास के कई इलाकों में सुबह से रूक-रूक कर बारिश हो रही है. बारिश होने से जहां मौसम में ठंडक बढ़ी है. बस्सी इलाके के कानोता बांध में पहली बार चादर चली हैं. बांध से पानी निकलकर ढूंढ नदी में जा रहा है.
Jaipur News : जयपुर ग्रामीण के विभिन्न कस्बों में बारिश का दौर जारी है. बस्सी, जमावरमगढ़, चाकसू समेत आस-पास के कई इलाकों में सुबह से रूक-रूक कर बारिश हो रही है. बारिश होने से जहां मौसम में ठंडक बढ़ी है. बस्सी इलाके के कानोता बांध में पहली बार चादर चली हैं. बांध से पानी निकलकर ढूंढ नदी में जा रहा है. जल संसाधन अधिकारी संजय कुमार ने बताया कानोता बांध की भराव क्षमता करीब 17 फीट है. जो पुरी तरह भर चुका है.
13.78 MCUM पानी की कैपेसिटी है बांध की, 2.59 किलोमीटर लंबाई और 402 वर्गमीटर कैचमेंट एरिया है बांध का, ढूंढ नदी में पानी जाने से बस्सी व चाकसू इलाके के लगभग दर्जन भर गावों में सुमेल, बगराना कानोता नायला सांभरिया, कुथाडा, दयारामपुरा , पालावाला बराला, अचलपुरा, सिंडोली, सांख, कोटखावदा को होगा फायदा. वहीं कानोता बांध की चादर को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग देखने पहुंचे इधर, सुबह से लगातार हो रही बारिश के चलते जमवारामगढ़ इलाके में पहाड़ियों पर झरने बहने लगे. बारिश से झरने बहने से लोग इसका लुत्फ उठा रहे है. वहीं निचले इलाकों में पानी भरने से वहां रहने वाले लोगों के लिए मुसीबत बन रही है. क्षेत्र में हो रही बारिश से सड़को और आम रास्तों पर पानी एकत्रित हो रहा है.
बता दें कि बारिश से जगह-जगह पानी का भराव होने से वाहन चालकों के लिए ये आफत का कारण बन गया. लगातार बरसात के कारण मुख्य बाजार में सड़कें दरिया बन गई. पालिका प्रशासन की सफाई व्यवस्था की इस दौरान पोल खुल गई. वार्ड वासी पालिका प्रशासन से पानी निकालने की गुहार लगा रहे हैं. पालिका प्रशासन निचले इलाकों में ध्यान नहीं दे रहा है.
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