Rajasthan Political Crisis : कांग्रेस का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस अब खत्म होने लगा है. अभी तक इस पद की दौड़ में सबसे आगे रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद के ऑफर से इनकार कर दिया है. अब रेस में दिग्विजय सिंह सबसे आगे हैं.


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प्रदेश अध्यक्ष की रेस में वाइल्ड कार्ड एंट्री के बाद दिग्विजय सिंह ने नामांकन पत्र ले लिया है और वो कल नामांकन भरेंगे.  इससे पहले कल मध्य प्रदेश के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह को दिल्ली बुलाये जाने के बाद से ही ऐसा कुछ होने की सियासी गलियारे में चर्चा थी.


तो वहीं सचिन पायलट के समर्थक नेता भी दिल्ली में खासे एक्टिव दिख रहे हैं. सचिन पायलट गुट के नेता खिलाड़ी लाल बैरवा ने कल दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की.खुद सचिन पायलट़ भी दिल्ली में मौजूद हैं


इससे पहले दिल्ली पहुंचने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत में कहां मैं इस मुद्दे पर सोनिया गांधी से मुलाकात करूंगा. जहां तक पार्टी में अनुशासन की बात है. मैं इंदिरा जी के समय से देखता आ रहा हूं. कांग्रेस में हमेशा अनुशासन है. इसलिए पार्टी के चाहे 44 सांसद आएं या 52, पूरे देश में यही एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है. सोनिया गांधी जी ही नेता हैं. हम सब उनके नेतृत्व में काम करते हैं. पूरे देश में कांग्रेस सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी आज संकट में हैं. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मीडिया का अपना दृष्टिकोण हो सकता है. हम सब को ये चिंता है कि देश किस दिशा में जा रहा है. इस चिंता को लेकर राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा निकाल रहे हैं. राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम पर सीएम गहलोत ने कहा, ये घर की बातें हैं. इंटरनल पॉलिटिक्स में ये सब चलता है. हम सब इसे हल कर लेंगे. मेरे हिसाब से, आने वाले वक्त में फैसले होंगे.


बताते चलें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 सितंबर है. इस पद के लिए शशि थरूर ने चुनाव लड़ने वाले हैं. वहीं गांधी परिवार की ओर से राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का नाम चर्चा में रहा है, लेकिन अभी तक किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है. 


 


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