Jaisalmer: भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे सरहदी जिले जैसलमेर में आजादी के जश्न की धूम है. अपनों से दूर देश की सुरक्षा में जुटे सीमा प्रहरी विपरीत परिस्थितियों में चौबीसों घंटे दुश्मन के नापाक इरादों पर निगाहें जमाए हुए हैं. सरहद पर चलाए जा रहे ऑपरेशन अलर्ट के बीच देशभक्ति का ज्वार हिलोरे मार रहा है. वहीं देश के पश्चिमी सीमा जैसलमेर में 24 घंटे तैनात बीएसएफ जवानों के साथ करीब 471 किलोमीटर लंबी सीमा पर तिरंगा लहरा रहा है.


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देश की सीमाओं की सुरक्षा में सबसे पहली पंक्ति का नाम आता है तो वह है बीएसएफ. सीमाओं की सुरक्षा करने वाली वह टीम जो सबसे निडर है. कच्छ के रण से लेकर कश्मीर में बर्फ के बीच बीएसएफ के जवान हमेशा सीमाओं की सुरक्षा एक पहरेदार के रूप में कर रहे हैं. देश की सबसे लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा राजस्थान के पश्चिमी जिले जैसलमेर से लगती है. इस 471 किलोमीटर लंबी सीमा पर राजस्थान फ्रंटियर की 122 चौकियां हैं, जिसमें हजारों जवान देश की सीमा में हमेशा मुस्तैद हैं. देश के 75 वर्ष पूर्ण होने पर भारत पाक सीमा पर आजादी का जश्न मनाया जा रहा है.


सीमा पर तैनात जवानों की मुस्तैदी और जज्बा दोनों ही देखने के काबिल हैं. पड़ोसी देश अपनी कोई भी नापाक हरकत करें तो उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सीमा प्रहरी सजग दिखाई दे रहे हैं. देश की सुरक्षा के साथ-साथ राष्ट्रीय पर्व को मनाने एवं आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत BSF जवानों के एक हाथ में तिरंगा और एक हाथ में बंदूक लेकर सरहद की रखवाली करने का दृश्य अद्भुत दिखाई दिया. इस दौरान बॉर्डर आउटपोस्ट सीमा चौकियों और फॉरवर्ड पोस्ट पर जहां देखो वहां तिरंगा दिखाई दे रहा है. बीएसएफ के जवान इस दौरान शान से तिरंगे को अपने हाथों में था में पेट्रोलिंग करते दिखाई दिए. BSF जवानों का इस तरीके से कदम से कदम मिलाकर हाथों में बंदूक और तिरंगे को एक साथ थामे रेत के समंदर के बीच से गुजरना और तिरंगे का हवा में लहराना वाकई मन मोह लेने वाला नजारा है.


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