Jaisalmer, Pokaran: पोकरण उपखंड मुख्यालय पर आज सिंधी मुस्लिम विकास बोर्ड के गठन को लेकर सिंधी मुस्लिम समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी पोकरण को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने ज्ञापन में मांग की है कि वर्तमान में मुख्यमंत्री सभी समाजों के लिए विकास बोर्ड का गठन कर रहे हैं. ऐसे में सिंधी मुस्लिम समाज के भी विकास बोर्ड गठन करना चाहिए. सिंधी समाज प्रदेश के कई हिस्सों में निवास करता है और अभावों की जिंदगी जी रहा है. विकास बोर्ड का गठन होने से जरूरतमंद गरीब समाज के लोगों को बराबरी सुविधाओं का लाभ मिलेगा.


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सीएम गहलोत से की बोर्ड के गठन की मांग


उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि सिंधी मुस्लिम समाज हमेशा सांप्रदायिक सौहार्द की पहचान रखने वाले सिंधी मुस्लिम बिरादरी, जो बड़ी तादाद में सीमावर्ती जिलों बाडमेर, जैसलमेर, जालौर, बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर, हनुमानढ़, नागौर, पाली, सिरोही व नवगठित जिले बालोतरा, सांचोर, अनूपगढ़, फलोदी सहित प्रदेश के अनेक क्षेत्रों में निवास करता है खेती और पशु पालन जैसी पुश्तैनी काम पर अधिकांश निर्भर रहने वाली इस कौम का यह काम भी अकाल, कम वर्षा सहित कई कारणों से काफी प्रभावित हुआ है. शिक्षा के स्तर के रूप में इस तबके की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है. 



राजस्थान की 50 सीटों पर प्रभाव


राजस्थान की करीब 50 से अधिक विधानसभा सीटों पर अपना वोट कास्ट करने वाले इस समुदाय के साहित्य, भाषा लिपि को भी सरकारों द्वारा हमेशा से नजरअंदाज किया गया है. जिस वजह से इसे उचित स्थान नहीं मिल पाया है आजादी के बाद से समय-समय पर सरकारों ने विभिन्न भाषाओं समुदायों के बोर्ड का गठन किया है, जिससे उनका उत्थान अवश्य हुआ है. अन्य समुदायों के लिए गठित बोर्ड की लिस्ट में सिंधी मुस्लिम कौम का तबका सबसे नीचे के पायदान में है. उन्होंने मांग की है कि सिंधी मुस्लिम कौम की इस मांग पर अमल करते हुए सिंधी मुस्लिम विकास बोर्ड का गठन किया जाए. इस दौरान सिंधी मुस्लिम समाज के युवा उपस्थित रहे.


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