जैसलमेर: भारत आज जी-20 की अध्‍यक्षता औपचारिक रूप से ग्रहण की. इस सिलसिले में जैसलमेर के सोनार दुर्ग सहित राजस्थान की 8 ऐतिहासिक इमारतों व देश भर में सौ ऐतिहासिक इमारतों पर जी-20 के लोगो के साथ रोशनी की गई है. G - 20 के प्रतीक चिन्ह को भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रंगों केसरिया, सफेद, हरे तथा नीले रंग से प्रेरित होकर तैयार किया गया है. प्रतीक चिह्न में प्रकृति के साथ सामंजस्‍य रखने की प्रति भारत की जीवन दृष्टि के तौर पर दर्शाया गया है.


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जी-20 प्रतीक चिन्ह के नीचे देवनागरी लिपि में भारत लिखा हुआ है.जी-20 की भारत की अध्‍यक्षता को वसुधैव कुटुम्‍बकम के रूप में अंकित किया गया है, जिसका अर्थ है संपूर्ण पृथ्‍वी एक परिवार है और इसका एक ही भविष्‍य है. वसुधैव कुटुम्‍बकम पृथ्‍वी पर मौजूद सभी मानव, वन्‍य जीव, पेड़-पौधे और उनके एक दूसरे के प्रति सम्‍बन्‍ध का सूचक है. जी-20 की अध्‍यक्षता भारत के लिए बहुत बड़ा अवसर है जिससे देश को विश्‍व मंच पर प्रतिष्‍ठा मिली है. जी-20 की अध्‍यक्षता भारत को मिलना एक महान अवसर है. बता दें कि अगले साल दिल्ली में जी 20 देशों का सम्मेलन होगा. इसकी अध्यक्षता भारत करेगी.