Jaisalmer News: महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में एक अध्यापक के भरोसे 200 छात्र, ग्रामीण कर रहे धरना प्रदर्शन
Jaisalmer News: जैसलमेर जिला के भारत-पाक सीमा से सटे म्याजलार गांव में 200 बच्चों के विद्यालय के परिजनों ने ही तालाबंदी कर दी. दरअसल महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल म्याजलार में 200 बच्चों पर केवल एक टीचर होने के कारण शनिवार को अभिभावकों ने स्कूल की तालाबंदी कर दी. इस दौरान परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
Jaisalmer News: राजस्थान के सरहदी जिला जैसलमेर जिसे शिक्षा के क्षेत्र में पहले ही पिछड़ा माना जाता है. ऐसे में जैसलमेर के भारत-पाक सीमा से सटे म्याजलार गांव में 200 बच्चों के विद्यालय के परिजनों ने ही तालाबंदी कर दी. दरअसल महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल म्याजलार में 200 बच्चों पर केवल एक टीचर होने के कारण शनिवार को अभिभावकों ने स्कूल की तालाबंदी कर दी. इस दौरान परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
परिजनों का कहना है कि चार टीचर इस इंग्लिश मीडियम स्कूल में थे. स्कूल खुलते ही सरकार ने तीन टीचर को कहीं और लगा दिया. अब एक टीचर के भरोसे 200 बच्चों की पढ़ाई है. ऐसे में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. इसको लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताकर विद्यालय की तालाबंदी की. तालाबंदी कर परिजनों और ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है.
यह भी पढ़ें- Rajasthan News: उड़ान योजना में बदलाव करने जा रहा ICDS विभाग
दो दिन में अगर पर्याप्त टीचर नहीं लगाए गए तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल तो बना दिया मगर शिक्षक पूरे नहीं होने के कारण बच्चों कि पढ़ाई खराब हो रही है. पहले स्कूल में टोटल चार टीचर थे. तीन टीचर को डेपुटेशन पर इस स्कूल में लगाया गया था.
मगर इस साल स्कूल खुलते ही तीनों टीचर का डेपुटेशन खत्म कर मूल जगह वापस भेज दिया गया है. जिससे स्कूल में एक ही टीचर रह गया. अब 200 बच्चों को एक टीचर कैसे पढ़ाएगा. इसको लेकर सभी नाराज हैं. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जब तक स्कूल में पर्याप्त शिक्षक नहीं नियुक्त किए जाते तब तक वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे और जरूरत पड़ी तो जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन भी करेंगे.
यह भी पढ़ें- Jaisalmer News: सड़क हादसे में चरवाहे व 60 से अधिक भेड़ों की मौत