Rajasthan News: राजस्थान सरकार की ओर से महिलाओं के लिए उड़ान योजना प्रदेश में संचालित है. उड़ान योजना के तहत महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन्स आंगनबाड़ी के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाते हैं. सेनेटरी नैपकिन्स को आंगनबाड़ी में सप्लाई की आड़ में बाजार और दूसरे राज्यों में बेचने का मामला पकड़ा गया था. सेनेटरी नैपकिन्स की चोरी रोकने के लिए आईसीडीएस विभाग ने उड़ान योजना में बदलाव किए जाने पर योजना बनाई जा रही है.
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Rajasthan News: राजस्थान सरकार की ओर से महिलाओं के लिए उड़ान योजना प्रदेश में संचालित है. उड़ान योजना के तहत महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन्स आंगनबाड़ी के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाते हैं. सेनेटरी नैपकिन्स को आंगनबाड़ी में सप्लाई की आड़ में बाजार और दूसरे राज्यों में बेचने का मामला पकड़ा गया था. सेनेटरी नैपकिन्स की चोरी रोकने के लिए आईसीडीएस विभाग ने उड़ान योजना में बदलाव किए जाने पर योजना बनाई जा रही है, ताकि आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेनेटरी नैपकिन्स सुचारू रूप से सफ्लाई हो सके.
उड़ान योजना के तहत राजस्थान राज्य की 52 लाख महिलाओं को लाभांवित किया जा रहा है. आईसीडीएस विभाग द्वारा हर महीने महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन्स आंगनबाड़ी केंद्रों पर सप्लाई की जाती है. सप्लाई के आड़ में सेनेटरी नेपकिन्स बाजार में बेचान और दूसरे राज्यों में बेचने का काम किया जा रहा था. इस तरह का मामला जोधपुर में सेंट्रल जीएसटी के अधिकारियों ने पकड़ा, तो आईसीडीएस विभाग की नींद उड़ गई.
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आईसीडीएस विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए जिलेवार अधिकारियों को आंगनबाड़ी के निरीक्षण के निर्देश दिए साथ ही सेनेटरी नेपकिन्स की गुणवत्ता के बारे में महिलाओं से पूछने के भी निर्देश दिए हैं. अब विभाग उड़ान योजना में बदलाव करने पर विचार बना रही है. उड़ान योजना में प्रदेश की हर महिलाओं को हर महीने सेनेट्री नैपकिन्स दिए जाते हैं, जिससे की महिलाएं माहवारी के दिनों में बीमारियों से बच सके और स्वस्थ रह सके. साथ ही स्कूल की बच्चियां भी इस योजना का लाभ उठा रही है.
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आईसीडीएस के निदेशक ओपी बुनकर ने बताया कि उड़ान योजना में अनिमियतता पाए जाने के बाद जिलेवार अधिकारियों को आंगनबाड़ियों में जाकर महिलाओं से नैपकिन्स की गुणवत्ता के बारे में जानकारी लेने के निर्देश दिए. आईसीडीसएस के निदेशक ओपी बुनकर ने बताया कि महिलाओं के फीडबैक में पता चला कि महिलाओं को क्वालिटी और सैनेट्री नैपकिन की साइज में परेशानी आ रही है, उसके बाद विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा कर नैपकिन की गुणवत्ता और साइज में बदलाव किए जाने पर विचार किया जा रहा है. आने वाले दिनों में जल्द ही सेनेटरी नैपकिन में बदलाव देखने को मिलेगा.