Jaisalmer News: जैसलमेर जिले में देवीकोट कस्बे सागड़ थाना क्षेत्र में बीती रात हुए सड़क हादसे में एक चरवाहे और 60 से अधिक भेड़ों की मौत हो गई. हादसे की जानकारी मिलने पर देवीकोट पुलिस चौकी मौके पर पहुंची और चरवाहे का शव जवाहिर हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया.
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Jaisalmer News: राजस्थान के जैसलमेर जिले में देवीकोट कस्बे सागड़ थाना क्षेत्र में बीती रात हुए सड़क हादसे में एक चरवाहे और 60 से अधिक भेड़ों की मौत हो गई. हादसे की जानकारी मिलने पर देवीकोट पुलिस चौकी मौके पर पहुंची और चरवाहे का शव जवाहिर हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया. जानकारी के अनुसार बीती रात करीब एक बजे ट्रक ने टक्कर मारकर चरवाहे और भेड़ों को मौत के घाट उतार दिया. मृतक चरवाहा हनीफ खान (30) पुत्र सुमरे खान, मालकों की ढाणी, रामदेवरा का निवासी था.
मृतक के परिजन मोर्चरी के आगे इकट्ठा हुए हैं और गाड़ी की तलाश कर ड्राइवर पर हत्या का मामला दर्ज करवाने और मुआवजे की मांग कर रहे हैं. देवीकोट पुलिस चौकी के एएसआई दीप सिंह ने बताया कि देवीकोट कस्बे से लगते NH-68 पर छोड़ गांव के पास 3 चरवाहे अपनी भेड़ें लेकर आ रहे थे. 200 के करीब भेड़ें सड़क पर चल रही थीं. इसी दौरान एक ट्रक तेज गति से आया और भेड़ों समेत चरवाहे हनीफ खान को कुचलता हुआ आगे निकल गया.
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साथ में चल रहे 2 अन्य चरवाहों ने हादसे की जानकारी देवीकोट चौकी को दी. दीप सिंह ने बताया कि मृतक हनीफ खान रामदेवरा गांव की मालकों की ढाणी का निवासी था. हनीफ भोपा गांव के किसी किसान की भेड़ों को चराने का काम करता था. बीती रात हनीफ 2 अन्य चरवाहों देरावर सिंह व अमृत सिंह के साथ रामगढ़ से भोपा गांव जा रहा था. तीनों के पास करीब 200 भेड़ें थीं.
हनीफ खान सबसे आगे चल रहा था. उसी दौरान जैसलमेर की तरफ से एक ट्रक तेज गति से आया और हनीफ खान और भेड़ों को रौंदते हुए चला गया. हादसे में करीब 66 भेड़ों कि मौत हो गई, जिनमें 30 भेड़ें हनीफ खान की भी शामिल है. इसके अलावा 10 भेड़ें घायल हो गई. पुलिस ने हनीफ खान के शव को जवाहिर हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया और सीसीटीवी आदि के आधार पर ट्रक की खोज शुरू की.
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वहीं घटना में ट्रक द्वारा कुचले गए हनीफ खान के परिजन, रिश्तेदार और ग्रामीण मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार किया जाए और जो भेड़ें मरी हैं. सरकार उसका मुआवजा गरीब पशुपालक के परिवार को दे. ग्रामीण लियाकत अली ने बताया कि प्रशासन कि तरफ से कोई भी नुमाइंदा अभी तक धरना स्थल पर नहीं आया है, इसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है. जब तक ट्रक ड्राइवर नहीं पकड़ा जाएगा तब तक धरना नहीं उठाया जाएगा.