Jaisalmer news: जैसलमेर जिले रामगढ़ में निकट स्थित आरएसएमएम में लाईम स्टोन की ढुलाई में लगे चार सौ ट्रक मालिक अपना रोजगार बचाने के लिए बीते तीन माह से संघर्ष कर रहे है जिसकी सुध न तो सत्ताधारी नेताओं ने ली और न ही जिला प्रशासन ने. आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है लेकिन मतदान का बहिष्कार करने वाले ट्रक मालिकों की अब तक सुध नहीं ली है और न ही कोई प्रयास नजर आ रहे है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ढुलाई दर बढ़ाने की मांग
 ढुलाई दर बढ़ाने की मांग को लेकर बीते तीन माह से लोकतांत्रिक तरीके से धरना दे रहे ट्रक मालिकों की दिवाली इस बार फीकी रहने वाली है क्योंकि रोजगार बन्द होने के कारण 400 परिवार आर्थिक तंगी से झूझ रहे है. धरने पर बैठे ट्रक मालिक हाथ जोड़कर प्रशासन से हक दिलाने की मांग कर रहे है लेकिन ठेकेदार के आगे नतमस्तक हुआ जिला प्रशासन इन गरीब ट्रक मालिकों की जायज मांग को अनदेखा कर रहा है. अब ट्रक मालिकों के धैर्य भी जवाब देने लगा है और उनकी आँखों मे बेबसी के आंसू साफ देखे जा सकते है.


दादागिरी पर उतरा ठेकेदार
बीते तीन माह में एक बार भी जिला कलेक्टर द्वारा इस मसले को लेकर मध्यस्थता नहीं करना कहीं न कहीं ट्रक मालिकों के मन में कई बड़े सवाल खड़े कर रहा है. आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने में लगा जिला प्रशासन 50 गांवों के बीस हजार मतदाताओं के मतदान के बहिष्कार की चेतावनी को नजर अंदाज कर रहा है. अपने धन बल जरिए दादागिरी पर उतरा ठेकेदार ट्रक मालिकों से समझौता करने को तैयार नहीं लेकिन ट्रक मालिक भी अपने रोजगार को बचाने के लिए अडिग है. 


बीते तीन माह से धरना दे रहे ट्रक मालिकों के सब्र का बांध अब टूटने के कगार पर पहुंच चुका है लेकिन आरएसएमएम साफ तौर पर ठेकेदार के पक्ष में खड़ा नजर आ रहा है. धरना स्थल पर शांति व्यवस्था बनी रहे इसलिए वहां भारी पुलिस जाब्ता वज्र वाहन के साथ तैनात है.


इसे भी पढ़ें: दिवाली पर जानें जयपुर राजघराना किस के बनाए पटाखों से करते हैं आतिशबाजी