Jaisalmer: भक्ति में शक्ति! दो महीने, 213 किमी घुटनों के बल चलकर, 73 साल के बुजुर्ग ने बाबा रामदेव जी की समाधि के किए दर्शन
Jaisalmer News: जैसलमेर के धार्मिक स्थल रामदेवरा में भक्ति में शक्ति का एक उदाहरण देखने को मिला. 73 वर्षीय बाड़मेर के बालोतरा के पास असाड़ा गांव के रहने वाला सकाराम घुटनों के बल चलकर रामदेवरा पहुंचे.
Jaisalmer News: रामदेवरा राजस्थान ही नहीं पूरे देश का एक बड़ा धार्मिक स्थल है. यहां करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक बाबा रामदेव जी का समाधि स्थल है. ऐसे में यहां वर्ष में एक करोड़ यात्री उनकी समाधि के दर्शनार्थ पहुंचते है.
बुजुर्ग भक्त घुटनों के बल चलता हुआ ट्राई साइकिल के साथ पहुंचा रामदेवरा
रामदेवरा में आगामी 17 सितंबर से बाबा रामदेव जी का भादवा मेला शुरू होने जा रहा है. ऐसे में देशभर से बाबा रामदेव जी के जातरू अलग -अलग प्रकार से इन दिनों भारी संख्या में रामदेवरा पहुंच रहे है. कोई पैदल, कोई मोटरसाइकिल तो कोई बसों और रेलो से रामदेवरा पहुंच रहा है, लेकिन एक 73 वर्षीय बाबा रामदेव जी का बुजुर्ग भक्त घुटनों के बल चलता हुआ ट्राई साइकिल के साथ रामदेवरा पहुंचा है.
कौन है ये भक्त
यह भक्त सरहदी जिले बाड़मेर के बालोतरा के पास असाड़ा गांव का निवासी सकाराम है. 73 वर्षीय सकाराम दो महीने में 213 किलोमीटर घुटनों के बल चलते हुए अपने आराध्यदेव बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शनों के लिए रामदेवरा पहुंचा है. वह प्रतिदिन 3 किलोमीटर की यात्रा कर रहा था.
ट्राई साइकिल में बनाया मंदिर
ट्राई साइकिल में बाबा रामदेवजी का मन्दिर बनाया हुआ है. ट्राई साइकिल के पीछे छोटी रस्सी बांधी हुई है. उस रस्सी को भक्त सका राम ने अपने गले में डाल रखा है. वह पहले ट्राई साइकिल को धक्का देता है फिर घुटनो के बल आगे बढ़ता है.
पिछले 12 वर्षों से आ रहा है रामदेवरा
बाबा रामदेव जी के भक्त सकाराम ने बताया कि वो बाबा रामदेव जी का अनन्य भक्त है. भारत देश में शांति और ख़ुशहाली की कामना को लेकर वह बाबा रामदेव जी के दरबार में पहुंचा है. वो पिछले 12 वर्षों से रामदेवरा आ रहा है और इस दौरान उसने अलग-अलग तरह से यात्राएं की हैं. जिसमें पैदल, दंडवत और नाक-निवान यात्रा शामिल है. इन बारह वर्षों में उसकी घुटनों के बल ट्राई साइकिल के साथ घुटनो के बल चलते हुए की यह दूसरी यात्रा है.
बाबा रामदेव जी के आशीर्वाद से मिलती है ताकत
तेज चिलचिलाती धूप में सकाराम घुटनों के बल चलकर अपने श्रद्धेय बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने पहुंचा हैं। ऐसे में उनकी यात्रा के अनुभव के सवाल के जवाब में सकाराम का कहना है, 'इस कठिन यात्रा के लिए उसका शरीर भले ही बूढ़ा हो गया हो, लेकिन बाबा रामदेव जी उसे शक्ति प्रदान करते हैं, जिसके बलबूते वो अपनी इस कठिन यात्रा को आसानी से पूरा कर लेते हैं.
यात्रियों के लिए बने आकर्षण का केन्द्र
रामदेवरा की तरफ आने वाली हर सड़क पर इन दिनों जातरू ही जातरू दिख रहे है. ऐसे में घुटनो के बल चलकर आ रहे सखा राम इनके लिए आकर्षण का केन्द्र बने हुए है. जातरू सकाराम के दर्शन कर रहे है और उनके साथ फोटो और सेल्फी भी ले रहे है. जातरू सकाराम की बाबा रामदेव जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति को सलाम कर रहे है.
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