जालोर- माही जलक्रांति यात्रा का हुआ भव्य स्वागत, 20 दिन में तीन जिलों में 650 किलोमीटर की यात्रा
Jalore latest news: राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल में माही बेसिन से सिंचाई व पेयजल के लिए जल उपलब्ध करवाने को लेकर चल रही माही जलक्रांति यात्रा भीनमाल पहुंची. यात्रा के शहर में प्रवेश करने पर माघ चौक पर व्यापारियों, नगरवासियों व किसानों का पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया.
Jalore news: राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल से है जहां पर माही बेसिन से सिंचाई व पेयजल के लिए जल उपलब्ध करवाने को लेकर चल रही माही जलक्रांति यात्रा भीनमाल पहुंची. यात्रा के शहर में प्रवेश करने पर माघ चौक पर व्यापारियों, नगरवासियों व किसानों ने यात्रा में शामिल किसान नेताओं व किसानों का पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया. बतादे कि माही जलक्रांति यात्रा ने 20 दिन में तीन जिलों में 650 किलोमीटर की यात्रा की. 11 सितम्बर से शुरु हुई यात्रा ने 12 तहसील व 300 से अधिक गांवों में जाकर जनता को जागरूक किया है. राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पूनासा ने कहा कि माही का पानी व्यर्थ में बह कर खंबात की खाडी में जा रहा है.
इस जल पर हमारा हक है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता व नेताओं की कमजोर पैरवी के चलते आज तक किसानों को माही के पानी हक नहीं मिल पाया. हम लोगों ने 15 साल संघर्ष करके सैकड़ों सूचना के अधिकार के पत्र लिखकर माही बेसिन के जल खातिर सडक़ से लेकर उच्च न्यायालय तक लड़ाई लडकऱ राज्य सरकार से बजट घोषणा में डीपीआर का काम शुरु करवाया है. वही, केंद्र सरकार व राज्य के नेता जाग्रत होकर कार्य करे तो गुजरात सरकार से माही बेसिन का पानी हमें मिल सकता है. जब जनता माही को लेकर राजनेताओं को आढ़े हाथ लेगी तो निश्चित तौर पर माही का पानी नहरों के रुप में आएगा.
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समिति के अध्यक्ष बद्रीदान चारण ने कहा कि माही जलक्रांति यात्रा का ऐसा स्वागत देखकर हमारी इतने दिनों की थकान दूर हो गई है. इस बार चुनावों में वोट उसी नेता को दें. जो माही बेसिन का पानी लाने की बात करें. युवा मोर्चा अध्यक्ष जयन्त मूंड ने कहा कि कडाना बांध के समझौते से 28 टीएमसी पानी हमें सिंचाई के लिए मिला हुआ है.
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वहीं हमने आरटीआई से सूचना एकत्रित करी है कि औसत प्रतिवर्ष 17 जवाई बांध की क्षमता जितना पानी खंभात की खाड़ी में जाकर समुन्दर में मिल रहा है जो राजस्थान के इन जिलों को हराभरा व आर्थिक सक्षम बना सकता है. देश चन्द्रयान पर बसने की तैयारी कर रहा है लेकिन हम मरुप्रदेश के वासी पानी के लिए तड़प रहे है. सरकारों को इस ओर सख्त कदम लेना चाहिए. किसान नेता सुरेश व्यास व मोडाराम देवासी भाडू ने बताया की 6 अक्टूबर को माघ चौक पर होने वाली माही जलक्रांति महासभा में अधिक से अधिक किसानों व व्यापारियों को भाग लेने का आहृवान किया. स्वागत कार्यक्रम को जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष शेखर व्यास, संयुक्त व्यापार संघ के नरेश अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया.