Bhinmal: राजस्थान के जालोर जिले के बागोड़ा उपखंड के धुम्बडिया गांव में सरपंच की मनमानी के आगे बीडीओ के ऑर्डर भी नहीं चलते, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री से काम चल रहा है. मामला गांव के अस्पताल में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का है, जो विधायक मद से 30 लाख का बजट स्वीकृत है.


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कार्य को लेकर बागोड़ा पंचायत समिति के विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार ने आकस्मिक निरक्षण की तो गुणवत्ताहीन सामग्री मिली. निरीक्षण के दौरान विकास अधिकारी को मौके पर मस्टरोल नहीं पाए गए और निर्माण कार्य में सीमेंट, कंकरीट समेत निर्माण कार्य में अन्य सामग्री गुणवत्ताहीन पाई गई. जिसको लेकर को विकास अधिकारी ने तत्काल कार्य को रोककर सम्बंधित एईएन, जेईएन और ग्राम विकास अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, लेकिन सम्बंधित अधिकारियों ने आदेशो की अवहेलना करते हुए निर्माण कार्य को नही रोका गया.


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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में विधायक मद से इंटरलॉकिंग कार्य की स्वीकृति दी गयी है, जिसमें ठेकेदार की मनमर्जी से लीलापोती कर कार्य को करवाया जा रहा है. जिसका चिकित्सा प्रभारी ने गुणवत्ताहीन कार्य देखकर विरोध किया था, लेकिन उनका आरोप है सरपंच और अधिकारियों को इसके बारे में अवगत करवाने के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है. काम चल रहा है जो घटिया है.


नोटिस के बावजूद नहीं रुका कार्य
निरीक्षण के दौरान गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य को देखकर विकास अधिकारी ने तत्काल कार्य को रोकने के आदेश दिए थे और सहायक अभियंता अंकित कुमार, कनिष्ठ तक तकनीकी सहायक अभियंता पोकर राम और ग्राम विकास अधिकारी भावा राम को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था. लेकिन नोटिस के बाद भी लगातार कार्य शुरू है. जिसमे बिना गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग हो रहा है.


Reporter: Dungar Singh


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