Bhinmal: बांडी नदी में बांध से छोड़ा पानी,120 गांवों के किसानों को मिलेगा फायदा
किसानों को दो घंटे तक श्रमदान करके वो सारे कट्टे नहर के अंदर उतरकर किसानों ने बाहर निकाले. इस दौरान 30 से अधिक गांवों के प्रतिनिधि वहां मौजूद रहे.
Bhinmal: लंबे समय तक चले किसान आंदोलन के बाद सिणधरा बांध से आखिरकार बांडी नदी में धनतेरस की शाम को पानी छोड़ दिया गया. ये पानी नहर के रास्ते से होकर छोड़ा गया है. सैंकड़ों किसानों की मौजूदगी में बांडी सिणधरा संघर्ष समिति के प्रमुख सेवादार श्रवण सिंह राठौड़ ने पानी का स्वागत करते हुए गंगा मां की आरती उतारी. राठौड़ के नेतृत्व में किसानों ने नदी मां को चुंदड़ी ओढ़ाकर पानी का वंदन किया. इस दौरान किसानों ने खुशी जताते हुए आपेश्वर महादेव जिंदाबाद के नारे लगाए और प्रयासों को लेकर श्रवण सिंह राठौड़ का आभार जताया.
हालांकि पानी छोड़ने में दिक्कत भी आई. असल में सिणधरा बांध में निकल रही नहर के रास्ते में पानी छोड़ा जाना था. वहां पहले किसी ने जानबूझकर या रिसाव रोकने को लेकर सैकड़ों मिट्टी के कट्टे पानी के रास्ते में डाल रखे थे. इस वजह से गेट खोलने पर भी पानी नहीं आ रहा था. फिर किसानों को दो घंटे तक श्रमदान करके वो सारे कट्टे नहर के अंदर उतरकर किसानों ने बाहर निकाले. इस दौरान 30 से अधिक गांवों के प्रतिनिधि वहां मौजूद रहे.
पानी छोड़ने के दौरान जसवन्तपुरा उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र सिंह चांदावत, जल संसाधन विभाग के एक्सईन सुनील रत्नानी, सिन्धरा बांध जल वितरण कमेटी के अध्यक्ष हितेंद्र सिंह परमार, बांडी सिणधरा सँघर्ष समिति के प्रमुख सेवादार श्रवण सिंह राठौड़, थूर के एडवोकेट पहाड़ सिंह, श्रवण सिंह सिन्धरा, किसान नेता गिमर सिंह, मदन सिंह दासपां, समाजसेवी टीकम सिंह राणावत, पूर्व रेंजर मग सिंह चौहान, प्रह्लाद सिंह दासपां, मिट्ठू सिंह चौहान पादरा समेत सैकड़ों किसान मौजूद थे.
किसानों ने सीएम गहलोत और राठौड़ का जताया आभार
पानी छोड़ने पर किसानों ने भारी खुशी जताते हुए इसका सारा श्रेय बांडी सिन्धरा संघर्ष समिति के प्रमुख सेवादार श्रवण सिंह राठौड़ को देते हुए आभार जताया. उन्होंने कहा कि इतने साल में साल में कोई नेता जो काम नहीं करा पाया वो काम श्रवण सिंह राठौड़ ने आपेश्वर महादेव की अगुवाई में पूरा कर दिया. राठौड़ ने इसका सारा श्रेय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिया. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ये मामला ध्यान में लाते ही उन्होंने कलेक्टर को फोन करके तुरंत पानी छोड़ने के निर्देश दिए.
राठौड़ के मुताबिक ये पूरा आंदोलन किसानों ने आपेश्वर महादेव के नेतृत्व में ये आंदोलन चलाया गया, इसलिए इसका सारा श्रेय महादेव जी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जाता है.
मुख्यमंत्री ने किसानों को दिवाली की बड़ी सौगात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बांडी नदी के बहाव क्षेत्र में आने वाले 120 गांवों के किसानों को बड़ी राहत देते हुए एक तरह से दिवाली का तोहफा दिया है. असल में बांडी सिन्धरा आंदोलन के अगुवा श्रवण सिंह राठौड़ पिछले एक साल से इस मामले को लगातार सरकार के ध्यान में विभिन्न स्तर पर लाने में लगे हुए है. पिछले सप्ताह राठौड़ ने यह मामला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नोटिस में लाया. तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरे मामले की कलेक्टर से रिपोर्ट मंगाई. फिर राठौड़ को कलेक्टर से मिलने के निर्देश दिए. इस वजह से जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत सुनवाई की.
Reporter- Dungar Singh
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