जालोर: बेटे के अंतिम संस्कार के एक घंटे बाद ही उठी मां की अर्थी, घर में 4 साल से हो रही अकाल मौत
Jalore News: राजस्थान के जालौर में बेटे के अंतिम संस्कार करने के एक घंटे बाद ही घर के आंगन से मां की अर्थी उठी. इसके बाद ही पूरे गांव में मातम छा गया. लोगों ने बताया कि चार वर्षों में परिवार में अकाल मौत हो रही हैं.
Jalore News: राजस्थान के जालौर के चितलवाना थाना क्षेत्र के माधोपुरा गांव निवासी युवक की सड़क हादसे में मौत से मां को ऐसा सदमा पहुंचा कि करीब एक घंटे में उसने भी दम तोड़ दिया. माधोपुरा के पांचाणियों की ढाणी निवासी रायचंद मेघवाल घर से मजदूरी के लिए गुजरात जा रहा था. वहीं, देर शाम को हाडेचा के पास सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई. शव रात को अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया और सुबह गांव लेकर गए तो परिवार में कोहराम मच गया.
हादसे के समाचार सुनते ही रायचंद की मां चंपा देवी (75) सदमे में चली गई. परिजन अंतिम संस्कार करके घर लौटे तब तक उसकी मां ने दम तोड़ दिया. उसी आंगन से 1 घंटे में ही मां चंपा देवी की भी अर्थी उठा और अंतिम संस्कार किया गया. मां-बेटे की कुछ ही घंटों में एक साथ मौत के समाचार मिलते ही गांव में शोक की लहर छा गई.
चंपा देवी के परिवार में अकाल मौतों का कहर बरपा रहा था. चार वर्षों में परिवार की यह तीसरी अकाल मौत थी. 28 दिसंबर 2018 को चंपा देवी का बड़ा बेटा खंगाराराम खेत में काम कर रहा था. वहीं, पैर फिसलने से कुएं में गिर जाने से मौत हो गई थी. कुछ ही समय के बाद 17 फरवरी 2019 को एक बेटे की बहू रंभा देवी पत्नी जगमाल की भी स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. शुक्रवार को छोटा बेटा रायचंद भी सड़क हादसे में चल बसा तो मां सदमे में चली गई. चंपा देवी के पति पदमाराम की भी 10 वर्ष पहले मौत हो गई थी.
रायचंद मेघवाल पिछले लंबे समय से गुजरात के सिद्धपुर में दिहाड़ी मजदूरी करता था. कुछ दिन पहले ही उसकी मां चंपा देवी बीमार हुई तो गुजरात से मिलने के लिए घर आया था. दो-तीन दिन घर रुकने के बाद मां का स्वास्थ्य ठीक हुआ तो वापस गुजरात के लिए निकला था. घर से खासरवी जाने के बाद एक बोलेरो केंपर में सांचौर जाने के लिए सवार हो गया. हाड़ेचा के पास सवारी को बिठाने के लिए केंपर रोकी थी. इतने में पीछे आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे रायचंद गंभीर घायल हो गया और उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. बता दें कि रायचंद अपने तीन बच्चों सहित पत्नी के साथ अलग रहकर मजदूरी करता था.
Reporter- Dungar Singh