Jalore: शहर के सुन्देलाव तालाब पर एक विशेष प्रवासी पक्षी अमूर फाल्कन देखा गया. जालोर जिले में अमूर फाल्कन पहली बार दिखाई दिया है. आपको बता दें कि ये पक्षी अपनी 11 हजार किमी की यात्रा में केवल कुछ दिन ही भारत में बिताते हैं. भारत में पक्षियों की लगभग 1350 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से जालोर जिले में 207 प्रजातियां रिकॉर्ड की गई है. इन प्रजातियों का विवरण पर देखा जा सकता है.


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साथ ही अमूर फाल्कन छोटे आकार के शिकारी पक्षी है, जो साइबेरिया, चीन और उत्तर कोरिया में अपनी गर्मियां बिताते हैं और शीतकालीन प्रवास के लिए भारत और श्रीलंका के रास्ते दक्षिण-पूर्वी अफ़्रीका जाते हैं. इस तरह, ये कुछ ही दिन भारतीय मैदानों में बिताते हैं सुन्देलाव तालाब के आस-पास देशी-विदेशी पक्षियों की 50 से अधिक प्रजातियां रिकॉर्ड की, जिनमें नॉर्दन शॉवलर, ब्लूथ्रॉट, रफ, कॉमन सैंडपाइपर, वुड सैंडपाइपर, लिटल रिंगप्लोवर, कॉमन मूरहेन, लेसर ग्रेब, कॉमन पोचर्ड प्रमुख हैं.


आपको बता दें कि प्रवासी पक्षियों के मानचित्र पर जालौर का उभरना जालौर के बहुआयामी व्यक्तित्व को एक और नई पहचान देगा. प्रवासी पक्षियों का जालौर आना जालौर को पर्यटन के क्षेत्र में भी एक नई पहचान देगा. तालाब संरक्षण और संवर्धन की दिशा में जिला प्रशासन, नगर परिषद और जालौर के नागरिकों द्वारा लंबे समय से किए जा रहे हैं, सार्थक कार्यों का यह परिणाम है.


Reporter: Dungar Singh 


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