झालावाड़ में कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन ठप्प, जानें क्या है वजह?
Jhalawar News: झालावाड़ में कालीसिंध थर्मल पॉवर प्लांट की पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन ठप्प हो गया है, पहली यूनिट मे हो रहे 600 मेगावाट विद्युत उत्पादन बंद होने से उद्योगों व घरेलू उपभोक्ताओं पर भी असर पड़ेगा.
Jhalawar News: झालावाड़ जिले के उंडल गांव में स्थित कालीसिंध थर्मल पॉवर प्लांट की पहली यूनिट में तकनीकी खराबी आने के चलते विद्युत उत्पादन बंद हो गया है. ऐसे में अब थर्मल की दूसरी यूनिट से ही विद्युत उत्पादन चल रहा है.पहली यूनिट मे हो रहे 600 मेगावाट विद्युत उत्पादन बंद होने से उद्योगों व घरेलू उपभोक्ताओं पर भी असर पड़ेगा, तो तेज होती गर्मी के दौर मे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी.
कई बार फाल्ट आ गए थे
गौरतलब है कि झालावाड़ जिले के कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट मे 600-600 मेगावाट की दो इकाईयां स्थापित हैं, चायनीज तकनीक से बनाए गए. इस थर्मल पॉवर प्लांट में आए दिन कई तरह की तकनीकी समस्याएं सामने आती हैं,इससे पहले भी पिछले महीनो मे थर्मल की इकाईयों में बार-बार फॉल्ट आया था. इसके लिए विद्युत उत्पादन निगम ने यूनिट का मेंटीनेंस भी करवाया,लेकिन मेंटीनेंस होने के बाद भी इसमें कई बार फाल्ट आ गए थे.
यूनिट में ट्यूब लीकेज की खराबी
अब गर्मी के सीजन में फिर से पहली यूनिट में ट्यूब लीकेज की खराबी आ गई है.इससे जहां बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है,वहीं उत्पादन नहीं होने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
यूनिट के बार-बार बंद होने को लेकर चिंता
वहीं, अब केवल थर्मल की दूसरी इकाई से ही 600 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है.गौरतलब है कि पिछले डेढ़ माह पूर्व कालीसिंध थर्मल के दौरे पर आये ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी थर्मल यूनिट के बार-बार बंद होने को लेकर चिंता जता चुके हैं.सारे मामले में थर्मल प्रशासन यूनिट को फिर से शुरू करने के प्रयास में जुटा हुआ है.
ये भी पढ़ें- Phd Admission: नेट पास कैंडिडेट्स को नहीं देना होगा पीएचडी का एग्जाम, यूजीसी ने लागू किए नए नियम