झालावाड़: पंचतत्व में लीन हुई राजमाता, पूर्व Cm वसुंधरा राजे सहित कई राजघरानों ने दी अंतिम विदाई
Jhalawar news: राजस्थान के झालावाड़ जिला के राज परिवार की राजमाता स्वरूपा कंवर जी की का दिल्ली में निधन हो गया था. ऐसे में देर शाम उनकी पार्थिव देह उनके पुत्र महाराज राणा चंद्रजीत सिंह तथा अपराजिता सिंह दिल्ली से झालावाड़ स्थित पृथ्वी विलास पैलेस लाए.
Jhalawar news: राजस्थान के झालावाड़ जिला के राज परिवार की राजमाता स्वरूपा कंवर जी की का दिल्ली में निधन हो गया था. ऐसे में देर शाम उनकी पार्थिव देह उनके पुत्र महाराज राणा चंद्रजीत सिंह तथा अपराजिता सिंह दिल्ली से झालावाड़ स्थित पृथ्वी विलास पैलेस लाए. जहां दिवंगत राजमाता की देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी आज झालावाड़ दरबार की कोठी पृथ्वी विलास पैलेस पहुंची और दिवंगत राजमाता के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
यह भी पढ़े- success story: बेटी को चैंपियन बनाने के लिए पिता ने लगा दी सारी जमा पूंजी, छोड़ दिया गांव
इस दौरान सांसद दुष्यंत सिंह सहित क्षेत्रीय विधायक गण व शहर के गणमान्य सहित विभिन्न राजघराने के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. बाद में राजमाता स्वरूपा कंवर जी की पार्थिव देह को को गढ़ परिसर में शहर वासियों के अंतिम दर्शनों हेतु रखा गया. ऐसे में श्रद्धांजलि देने के लिए शहर के नागरिकों का सैलाब उमड़ पड़ा. बाद में दिवंगत राजमाता की अंतिम यात्रा गढ़ परिसर से शुरू हुई और शहर के प्रमुख मार्गों पर निकलती हुई राज परिवार के अंत्येष्टि स्थल क्षारबाग पहुंची.
यह भी पढ़े- Rishi sunak success story: मेडिकल शॉप पर काम करने वाला साधारण सा लड़का इस तरह बना ब्रिटेन का प्रधानमंत्री
जहां राज परिवार व विभिन्न राजघरानों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया और राजमाता पंचतत्व में विलीन हो गई. दिवंगत राजमाता स्वरूपा कुमारी जी टिहरी गढ़वाल के पूर्व नरेश कर्नल मानवेंद्र शाह जी साहब की पुत्री थी. जिनका विवाह 19 अप्रैल 1968 को झालावाड़ के पूर्व नरेश महाराज राणा इंद्रजीत सिंह के साथ हुआ था. इनके दो पुत्र चंद्रजीत सिंह तथा अपराजीत सिंह और एक पुत्री भी है. राजमाता स्वरूपा कुमारी बहुत ही मिलनसार तथा समाजसेवी महिला थी.