Jhunjhunu news: झुंझुनूं से लगती आबूसर ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी व गांव के सरपंच द्वारा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने में सहयोग नहीं करने के चलते करीब 3 घंटे इंतजार के बाद राजस्व टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा. राजस्व टीम झुंझुनूं तहसीलदार सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में आबूसर पंचायत के अणगासर, आबूसर व दुर्जनपुरा गावों में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने गई थी. लेकिन पंचायत प्रशासन की ओर से टीम को ना तो जेसीबी उपलब्ध व मजदूर उपलब्ध कराए गए और किसी तरह के अन्य संसाधन ही मुहैया कराए गए.


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अतिक्रमण हटाने में सहयोग नहीं 
 गौरतलब है कि परिवादी ख्यालीराम द्वारा लोकायुक्त के यहां की गई शिकायत के बाद जिला कलेक्टर व झुंझुनूं एसडीएम के निर्देश पर राजस्व टीम चारागाह से अतिक्रमण हटाने के लिए आबूसर ग्राम पंचायत पहुंच गई थी. एएओ राजेश बजाड ने बताया कि आबूसर पंचायत में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी दिलीप कुमार को पत्र और दूरभाष पर जानकारी देने के बावजूद भी उन्होंने अतिक्रमण हटाने के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं करवाया. ग्राम विकास अधिकारी और पंचायत सरपंच ने अतिक्रमण हटाने में सहयोग नहीं किया. अतिक्रमण हटाने में ग्राम पंचायत का सहयोग नहीं मिलने से राजस्व टीम बिना अतिक्रमण हटाए ही लौट गई.


प्रशासन को वापस लौटना पड़ा 
राजस्थान में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस और प्रशासन ने  अतिक्रमण हटाने तथा अवैध खनन को लकर सख्त है. पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. लेकिन झुंझुनूं से लगती आबूसर ग्राम पंचायत में एक ऐसी घटना सामने आई है. जहां पर भूमि से अतिक्रमण हटाने गई प्रशासन को वापस बीना कोई कार्रवाई करे लौट गई. दरअसल प्रशान जब कार्रवाई करने गई तो वहां के पंचायत प्रशासन ने ना तो ना तो जेसीबी उपलब्ध व मजदूर उपलब्ध कराए. जानकारी के मुताबिक पहले से जानकारी होने के बावजूद भी पंचायत सरपंच ने अतिक्रमण हटाने में सहयोग नहीं किया. 


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